लखनऊ: एस.पी. जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च मुम्बई द्वारा एवोक इण्डिया फाउडेशन के सहयोग से गैर सरकारी संगठन को कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी तथा सरकार के साथ काम करने के लिए आवश्यक तथ्यों से अवगत कराया गया तथा सरकार के सहयोग से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता नोशीर दादरवाला ने कहा कि गैर सरकारी संगठन हमारे समाज तथा राष्ट्र निर्माण में एक विशेष भूमिका निभातें हैं चूंकि ये संगठन बिना किसी स्वार्थ लाभ के समाज उत्थान का कार्य करते है। सीएसआर फण्डिंग में 2017-18 में उत्तर प्रदेश सातवें स्थान पर रहा तथा करीब 333 करोड़ रुपये सी.एस.आर के अन्तर्गत प्रदान किये गये। शिक्षा, गरीबी उन्मूलन, कौशल विकास कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में मुख्य रुप से फण्डिंग हुई। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल प्रदेश में सी.एस.आर फंण्डिग की बहुत संभावनाएं हैं। उसी प्रकार गैर सरकारी संस्थान भी यदि कुशलता से अपने कार्य करें तथा कार्य की रिपोर्टिंग सही तरीके से करें तो इन संस्थानों द्वारा सामाजिक उत्थान के कार्यों में तेजी लाई जा सकती है।

देश का मुख्य प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान है। जो समाजिक विकास के क्षेत्र में भी शैक्षिणिक कार्यक्रम चलाता है। कार्यक्रम में मुख्य रुप से प्रों रुकईया जोशी, श्री राजीव शर्मा (चार्टेड एकाउंटेट) एवं एवोक इण्डिया के अध्यक्ष प्रवीण द्विवेदी ने भी अपनी बात रखी। कार्यक्रम में मुख्य रुप से लगभग 45 एन.जी.ओ. जैसे स्पार्क इण्डिया, सारथी फाउण्डेशन, स्टडी हाल फाउण्डेशन, एहसास, चाइल्ड लाइन फाउण्डेशन, सार्थक फाउण्डेशन इत्यादि के मुख्य कार्यकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

एवोक इंडिया फाउंडेशन ने पिछले वर्षों में 200 से अधिक जागरुकता कार्यक्रम देश के लगभग 80 शहरों में किये, लगभग 9000 से अधिक लोगों तक वित्तीय जागरुकता का संदेश पहुँचाया , जिसमें समाज के विभिन्न वर्ग जैसे विद्यार्थी, चिकित्सक , प्रोफेसर्स, महिलाएं , युवा, सेवानिवृत लोग, पुलिस और लघु एवं मध्यम इकाईयाँ भी शामिल हैं। जिससे समाज के वर्गों को देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने तथा राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करने का ज्ञान प्राप्त होता है।