पटना: बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का कहना है कि बिहार में भाजपा और जदयू एक नैचुरल साझेदार हैं। एनडीटीवी के प्रणव रॉय के साथ एक इंटरव्यू में सुशील मोदी ने बिहार की राजनीति से जुड़े मुद्दों पर बात की। प्रणव रॉय ने सुशील मोदी से सवाल किया कि दोनों पार्टियों (भाजपा-जदयू) की विचारधारा तो बिल्कुल अलग है! फिर वह नैचुरल साझेदार कैसे हो सकते हैं? इस पर सुशील मोदी ने कहा कि राज्य के गवर्नेंस के लिए किसी विचारधारा की जरुरत नहीं है। जब इंटरव्यू के दौरान सुशील मोदी से वंदेमातरम के दौरान नीतीश कुमार के खड़े ना होने पर उनका स्टैंड जानना चाहा, तो इस पर सुशील मोदी ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। कई बार खुद वह वंदेमातरम के दौरान खड़े नहीं हुए हैं।

सुशील मोदी ने कहा कि संसद के समापन सत्र के दौरान वंदेमातरम होता है तो सभी लोग खड़े होते हैं, चाहे वो मुस्लिम लीग हो या फिर एआईएमआईएम। सुशील मोदी ने कहा कि किसी के साथ इस मामले में जबरदस्ती करना, वह इसके पक्ष में नहीं हैं। सुशील मोदी ने कहा कि वह बिहार में शराबबंदी के साथ ही धुम्रपान पर भी बैन लगाने के पक्ष में हैं। सुशील मोदी ने कहा कि 2015 के विधानसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा, इसलिए हमें लगा कि हमें एक-दूसरे की जरुरत है। बता दें कि भाजपा जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है, उनमें राष्ट्रवाद का मुद्दा अहम है। बीते दिनों पीएम मोदी की रैली में जब पीएम मोदी लोगों से वंदेमातरम के नारे लगवा रहे थे, उस वक्त नीतीश कुमार शांत बैठे हुए थे। इसे लेकर सवाल उठे थे।

सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में बिजली, पानी, सड़क कोई मुद्दा नहीं है। मोदी के अनुसार, विपक्षी पार्टियां सिर्फ लोकतंत्र, संविधान खतरे में है, जैसी बाते करके लोगों का समर्थन पाने की कोशिश कर रहे हैं। सुशील मोदी ने नीतीश कुमार की गवर्नेंस और ईमानदारी की तारीफ की। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में इस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा बालाकोट एयर स्ट्राइक है और इसी पर रैलियों के दौरान सबसे ज्यादा तालियां बजती हैं। बिहार में लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण के तहत 8 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसमें इनमें पाटलिपुत्र, आरा, नालंदा, पटना साहिब, काराकट, जहानाबाद, बक्सर और सासाराम शामिल हैं।