नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चुनावी रैली के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉफ्रेंस किया। इस प्रेस कॉफ्रेंस में उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए। राहुल जब प्रेस कॉफ्रेंस कर रहे थे उसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ भी प्रेस कॉफ्रेस कर रहे हैं।

राहुल ने प्रेस कॉफ्रेंस की शुरुआत में ही कहा कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री प्रेस कांफ्रेस कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कहा कि एक दो पत्रकार भेज दें तो उनसे मेरे भी सवाल पूंछ लें तो उन्हें नहीं जाने दिया गया। दरवाजा बंद कर दिया।

राहुल ने कहा कि मैने पीएम को चैलेंज किया कि आप प्रेस को बता दिजिए कि आपने अनिल को 30 हजार करोड़ रुपए क्यों दिया। मेरे से बात कर लीजिए इस पर उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि जनता 23 को जवाब देगी कि कौन बनेगा प्रधानमंत्री।

इलेक्शन कमीशन से जुड़े एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि इस इलेक्शन में रोल बायस्ड रहा है। नरेंद्र मोदी जो चाहे कह देते हैं जबकि उसी बात के लिए दूसरों को रोका जाता है। लेकिन हम सिर्फ इलेक्शन कमीशन पर भरोसा कर सकते हैं। नरेंद्र मोदी और बीजेपी के बहुत सारा पैसा है। अनलिमिटेड मार्केटिंग है। हमारे पास सिर्फ सच्चाई है। राहुल ने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि पहली बार वो अमित शाह के साथ जाकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं।

राहुल ने प्रेस से शिकायत करते हुए कहा कि मेरे से आप हार्ड सवाल पूछते हैं। मेरे से पूछते हैं कि न्याय योजना का 72 हजार रुपए कहां से आएगा। मैंने सही गणित बता दिया। नरेंद्र मोदी से आप ऐसे सवाल पूछते हैं आप आम कैसे खाते हैं, हाफ कुर्ता कहां से निकाले हैं।

राहुल ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी के माता पिता का आदर करता हूं। उनका आदर करता हूं। पीएम पद का आदर करता हूं तो मैं उनके माता-पिता के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा। मोदी जी मेरे माता-पिता के बारे में बोलते हैं तो बदले में उन्हें प्यार लौटाऊंगा।

मैं खुशी से गर्व से कहाता हूं कि कांग्रेस पार्टी ने अपोजीशन का रोल ए ग्रेड से निभाया है। कांग्रेस ने किसानों का मुद्दा उठाया। न्याय योजना की हमने थिंकिंग की। सोनिया गांधी, मनमोहन हमारे साथ हैं। मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं मैं एक्सपीरियंस को धक्का मार कर भगाता नहीं हूं।