नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे, लेकिन उससे पहले ही सीटों को लेकर हर तरफ अनुमानों का दौर शुरू हो गया है. इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली के नतीजों पर अपना अनुमान लगाया है. केजरीवाल के मुताबिक उन्हें दिल्ली में सातों सीट पर जीत की उम्मीद थी, लेकिन आखिरी लम्हों में पासा पलट गया.

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि आखिरी वक्त पर आम आदमी पार्टी का सारा वोट कांग्रेस को शिफ्ट हो गया. जब उनसे पूछा गया कि उनकी पार्टी को दिल्ली में कितनी सीटों पर जीत मिलेगी? तो उन्होंने कहा, 'देखिए क्या होता है. दरअसल चुनाव के 48 घंटे पहले तक हमें लग रहा था कि सातों सीट पर आम आदमी पार्टी को जीत मिलेगी, लेकिन आखिरी लम्हों पर सारा का सारा वोट कांग्रेस को चला गया. ये सब चुनाव से एक दिन पहले हुआ. हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिए ऐसा क्यों हुआ. यहां 12-13 फीसदी वोट मुसलमानों के हैं.'

बीजेपी के दोबारा सत्ता में आने के सवाल पर केजरीवाल ने कहा है कि अगर ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं हुई तो मोदी जी की वापसी मुश्किल है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर केंद्र में मोदी और अमित शाह के बिना सरकार बनती है तो वो समर्थन देने को तैयार हैं, लेकिन दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के वादे पर ही वो सरकार में शामिल होंगे.

बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को सभी सात सीटों पर करारी हार का सामना करना पड़ा था. इस बार केजरीवाल की पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोशिश तो जरूर की लेकिन आखिरी लम्हों तक बात नहीं बनी.