लखनऊ: लोकसभा चुनाव में विपरीत नतीजों के बाद बसपा प्रमुख मायावती एक्शन मोड में आ गई हैं. इसी क्रम में 3 जून यानी सोमवार को बसपा सुप्रीमो यूपी के प्रभारियों के साथ बैठक करेंगी. उत्तर प्रदेश के बीएसपी जिलाध्यक्ष, जोन इंचार्ज और सांसदों को बुलाया गया है. मायावती दिल्ली में यूपी के लोकसभा चुनाव की समीक्षा करेंगी. सूत्रों के मुताबिक मायावती के रडार पर यूपी के 40 कोऑर्डिनेटर और जोनल कोऑर्डिनेटर है. जिनपर गाज गिर सकती हैं. बताया जा रहा हैं कि लोकसभा चुनाव में बसपा को अनुमान से बहुत कम सीटें मिली हैं. इसके चलते मायावती काफी नाराज हैं.

वहीं यूपी बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष आर एस कुशवाहा से उत्तराखंड प्रभारी का चार्ज ले लिया गया है. उनकी जगह एमएल तोमर को उत्तराखंड राज्य के नया प्रभारी बनाया गया है. इससे पहले रविवार को उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, उड़ीसा के प्रभारियों को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. इसके साथ ही दिल्ली और मध्य प्रदेश के बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष भी हटाए गए हैं.

दरअसल, 2012 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से लगातार बसपा का ग्राफ गिरता जा रहा था. हालत यह हो गई थी कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा खाता भी नहीं खोल सकी थी. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा महज 19 सीटें ही जीत सकी थी. उधर, लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी काम करने वालों के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एक्शन मोड में आ गई है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.

बता दें कि लोकसभा चुनावों में प्रदेश में बसपा और सपा ने गठबन्धन करके चुनाव लड़ा था. बसपा ने 38 और सपा ने 37 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे. जिसमें बसपा को 10 और सपा को 5 सीटों पर ही सफलता मिली है. वहीं बीएसपी चीफ मायावती लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ी थीं.