सीतापुर: "घर घर जागरूकता" अभियान के तहत लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध ने सीतापुर के ऊँचा टोला में हुलासी राम ठेकेदार के निवास पर एक भीम चर्चा की | जिसमे पास पड़ोस के कई परिवारों ने हिस्सा लिया |

गुमराह लोग समाज को एक अच्छी दिशा नहीं दे सकते है अर्थात जो लोग स्वयं ही भ्रमित है वो कैसे समाज को को अच्छी दिशा दे सकते है ऐसे लोग अपने स्वार्थ के नसे में चूर है उन्हें समाज के दुःख दर्द से कोई लेना देना नहीं | जिन्होने दुःख को सहन किया है वे लोग ही समाज के दुःख दर्द को समझ सकते है और जो लोग समाज के दुःख दर्द को अपना दुःख दर्द समझते है ऐसे लोग ही समाज को सामाजिक तौर से जागरूक करके कोई अच्छी दिशा दे सकते है यह बात लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध ने अपने सम्बोधन में कही उन्होंने इस संदर्भ में मान्यवर कांशीराम जी का उद्धारण देकर लोगो को समझाने का प्रयास किया |

कमांडर मुन्नी बौद्ध ने कहा कि जो लोग वास्तव में समाज के दुःख दर्द को अपना दुःख दर्द समझते है वे लोग घर में रुक ही नहीं सकते वो लोग अपना पूरा जीवन, समाज को जारूक करने में व् उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहते है और ईमानदरी के साथ समाज को एक अच्छी दिशा दिखाते है और ऐसे ही थे हमारे महापुरुष हमें उनके बताये मार्ग पर ही चलना चाहिए |

उन्होंने लक्ष्य की टीम द्वारा पिछले 20 वर्षो से सामाजिक तौर पर समाज के मान सम्मान के लिए किये जा रहे संघर्ष का भी विस्तार से चर्चा की |

समाज के लोगो ने उनके इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की और उनके साथ कदम से कदम मिलकर चलने की भी बात कही | इस भीम चर्चा में आशा जाटव, सुमन, अनामिका, कल्पना, आकांक्षा, मीला, नीलम, विकास, नितिन, बाबू, नीरज, महेश प्रसाद, सुभाष चंद्र, राहुल कुमार, पुष्कर, रामऔतार, धीरज कुमार प्यारे लाल, अजय कुमार, अभय कुमार व् हुलासी राम ने हिस्सा लिया |