तेहरान:ईरान ने शनिवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि इस्लामी गणतंत्र के खिलाफ किसी भी कार्रवाई से क्षेत्र में अमेरिकी हितों को बड़ा नुकसान पहुंचेगा और उसे इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। दक्षिण-पश्चिम एशिया में सशस्त्र बल के जनरल स्टाफ के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबुलफज़ल शेकरची ने तसनीम समाचार एजेंसी से कहा, ‘‘ईरान की ओर एक भी गोली चली तो अमेरिका और उसके सहयोगियों के हितों में आग लग जाएगी।’’

ईरानी कमांडर ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने से पहले चेतावनी दी थी। ब्रिगेडियर जनरल अमिराली हाजीजादेह ने सरकारी टेलीविजन से कहा, ‘‘हमने दो बार…चेतावनी भेजी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से जब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, सेना ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात 11 बजकर 25 मिनट पर दूसरी अपील की। लेकिन उसने नजदीक आना जारी रखा और ड्रोन ने अपने मार्ग में कोई परिवर्तन नहीं किया, उसके बाद हम अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रात 11 बजकर 35 मिनट पर उसे मार गिराने के लिए बाध्य हुए।’’ हाजीजादेह ने कहा कि ड्रोन को मार गिराने का आदेश ईरानी हवाईक्षेत्र में प्रवेश के बाद ही दिया गया।

ईरान ने शुक्रवार को उस खबर को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आसन्न हमले को लेकर चेतावनी दी थी। इसमें ईरान गणराज्य के अमेरिकी ड्रोन विमान को मार गिराने का बदला लेने की बात कही गई थी। ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता केयवान खोसरवी ने कहा, ‘‘अमेरिका ने ईरान के लिए ओमान के जरिए ऐसा कोई संकेत नहीं भेजा।’’

राज्य टेलीविजन पर जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि इसमें कोई सचाई नहीं है। विदेशी मीडिया में ईरानी अधिकारियों के हवाले से कहा गया था कि ओमान ने ईरान को ट्रम्प का एक संदेश दिया है जिसमें कहा गया था कि जबतक ईरानी गणराज्य बातचीत के लिए तैयार नहीं हो जाता तबतक अमेरिकी हमले का खतरा बना रहेगा। गौरतलब है कि ईरान और अमेरिका के मध्य राजनयिक संबंध नहीं है और ओमान ही दोनों देशों के मध्य बातचीत का जरिया बनता है।