नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 को देखते हुए कांग्रेस ने कमर कसनी शुरू कर दी है। प्रदेश की तमाम जिला समितियों को भंग करने के बाद पार्टी अब नए सिरे से संगठन तैयार करने के इरादे पर बल दे रही है। द इकोनॉमिक्स टाइम्स की ख़बर के मुताबिक कांग्रेस की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने पार्टी के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए 40 साल की उम्र सीमा तय कर दी है। यानी 40 साल या इससे कम उम्र का शख्स ही कांग्रेस का जिला अध्यक्ष नियुक्त हो सकता है। प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में संगठन को नए सिरे से तैयार करने जा रही है। इसके लिए उन्होंने 40 साल की उम्र सीमा के साथ-साथ महिला, ओबीसी और दलित चेहरों को ज्यादा से ज्यादा जिम्मेदारी देने पर काम कर रही हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी ने ग्राउंड लेवल पर संगठन में हेर-फेर की कवायद लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद ही तेज कर दिया था। गांधी ने यूपी में काफी दौरे किए लेकिन यहां कि 80 लोकसभा सीटों में उनकी पार्टी को सिर्फ एक मात्र सीट राय बरेली (सांसद, सोनिया गांधी) ही मिल पाई। यहां तक कि तब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और स्टार कैंपेनर राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए। उन्हें बीजेपी की स्मृति ईरानी के पटखनी दे दी। हालांकि, हार के बाद प्रियंका ने 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है कि जुलाई से वह पूर्वी यूपी के दौरे पर निकलेंगी।

अब प्रियंका गांधी नए और युवा चेहरों को संगठन के अहम पदों पर जोड़ने की कोशिश में लगी हैं। उनकी कोशिश है कि ग्राउंड पर जीतने ज्यादा युवा होंगे, पार्टी की साख मजबूत करने में आसानी होगी। कांग्रेस में यह निर्देश जारी कर दिया गया है कि जिला समितियों में 40 साल से कम उम्र के कार्यकर्ता, जातिगत रूप से ओबीसी और दलितों चेहरों को ज्यादा से ज्यादा प्रमुखता दी जाए। जिला स्तर पर कांग्रेस सभी जातियों से नेताओं को उभारने पर बल दे रही है।