नई दिल्ली : केन्द्र सरकार ने अचानक कदम उठाते हुए केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अतिरिक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को शुक्रवार को पद से हटाते हुए उन्हें अग्नि सेवा,नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड का महानिदेशक नियुक्त किया है। ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी राव सीबीआई के अंतरिम प्रमुख का पद दो बार संभाल चुके हैं।

एक आधिकारिक आदेश के अनुसार उन्हें सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक के पद से हटा कर अग्नि सेवा, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। सरकार ने एजेंसी के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा और उनके सहयोगी राकेश अस्थाना के बीच गहरे मतभेदों के बीच दोनों को हटाने का निर्णय किया था।

सीबीआई के दोनों अधिकारियों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसके बाद सरकार ने इस साल फरवरी में ऋषि कुमार शुक्ला को सीबीआई का नया निदेशक नियुक्त करने से पहले राव को प्रभार सौंपा था।

बता दें कि इससे पहले फरवरी माह में सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के पूर्व अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव (Nageshwar Rao) और एजेंसी के कानूनी सलाहकार एस भासूराम को अवमानना का दोषी ठहराते हुये पूरे दिन न्यायालय कक्ष में बैठे रहने की सजा सुनाई और जब उन्होंने अदालत के उठने से पहले वहां से जाने की कोशिश की तो उन्हें कड़ी फटकार लगाई। न्यायालय ने इन दोनों अधिकारियों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।

राव ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस की जांच करने वाले अधिकारी का तबादला किया था। बता दें कि राव ने अदालत के समक्ष स्वीकार किया कि सीबीआई का अंतरिम प्रमुख रहते हुए जांच एजेंसी के पूर्व संयुक्त निदेशक ए के शर्मा का तबादला करके उन्होंने गलती की और उन्होंने उच्चतम न्यायालय से इसके लिए माफी मांगते हुए कहा कि शीर्ष अदालत के आदेशों का उल्लंघन करने की उनकी कोई मंशा नहीं थी।