नई दिल्ली: विश्व कप की ‘रन मशीन’ रोहित शर्मा की अगुवाई में शानदार प्रदर्शन कर रहा भारतीय शीर्षक्रम विश्व कप सेमीफाइनल में मंगलवार को जब उतरेगा, तो उसके सामने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की चुनौती आसान नहीं होगी।

इस टूर्नामेंट में ‘प्लान बी’ के अभाव में भी विराट कोहली की टीम अपनी कमियों को ढांकने में कामयाब रही है लेकिन अब आखिरी दो तिलिस्म पर कोई भी कोताही बरतना भारी पड़ सकता है। सेमीफाइनल में रोहित बनाम लॉकी फर्ग्युसन, के एल राहुल बनाम ट्रेंट बोल्ट और कोहली का मैट हेनरी से मुकाबला देखना रोचक होगा।

दूसरी ओर ‘संकटमोचक’ केन विलियमसन की स्पिनरों के खिलाफ तकनीक या रोस टेलर का जसप्रीत बुमराह को खेलने का तरीका भी देखना दिलचस्प रहेगा। यह भी देखना होगा कि महेंद्र सिंह धोनी मैच में मिशेल सेंटनेर की बायें हाथ की धीमी गेंदबाजी का कैसे सामना करते हैं क्योंकि दोनों का सामना चेन्नई सुपर किंग्स में कई बार हो चुका है।

न्यूजीलैंड की टीम आखिरी तीन लीग मैच हार गई लेकिन शुरूआती मैचों के अच्छे प्रदर्शन से मिले अंकों के दम पर पाकिस्तान को पछाड़कर अंतिम चार में पहुंची। भारत के लिये रोहित (647), राहुल (360) और कोहली (442) मिलकर 1347 रन बना चुके हैं।वहीं न्यूजीलैंड के लिए फर्ग्युसन (17 विकेट), बोल्ट (15) और मैट हेनरी (10) मिलकर 42 विकेट ले चुके हैं। जिम्मी नीशाम ने 11 और कोलिन डे ग्रांडहोमे ने पांच विकेट लिये हैं।

भारत के लिए चिंताजनक बात यह है कि शीर्षक्रम के बेहद कामयाब रहने से मध्यक्रम का ‘टेस्ट’ नहीं हो सका। ऐसे में बादलों से घिरे मैनचेस्टर के मैदान पर बोल्ट की गेंदबाजी घातक साबित हो सकती है। इसके अलावा हार्दिक पंड्या को छोड़कर मध्यक्रम का कोई बल्लेबाज अच्छा नहीं खेल सका है। महेंद्र सिंह धोनी ने 90 प्लस के स्ट्राइक रेट से 293 रन बनाये लेकिन अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे।

न्यूजीलैंड की कमजोर कड़ी उसका शीर्षक्रम रहा है। विलियमसन (481) को छोड़कर कोई बल्लेबाज नहीं चल सका। बुमराह ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली थी लिहाजा मार्टिन गुप्टिल (166 रन) और कोलिन मुनरो (125) के लिये उन्हें खेलना आसान नहीं होगा। विलियमसन के बाद न्यूजीलैंड के लिये सर्वाधिक रन टेलर (261) ने बनाए हैं। बल्लेबाजी में भारत से उनका कोई मुकाबला नहीं है क्योंकि आलोचना झेल रहे धोनी भी करीब 300 रन बना चुके हैं।

बुमराह और शमी के फॉर्म को देखते हुए भारत टास जीतने पर गेंदबाजी चुन सकता है। न्यूजीलैंड टीम में दाहिने हाथ के कई बल्लेबाज होने के कारण भारत कलाई के दो स्पिनरों में से एक को बाहर कर सकता है। युजवेंद्र चहल के बारे में पता नहीं है कि क्या फिटनेस का कोई मसला है।

रवींद्र जडेजा ने पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। भारत तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरता है तो केदार जाधव एक बार फिर मध्यक्रम में दिनेश कार्तिक की जगह ले सकते हैं। दूसरे सेमीफाइनल में 11 जुलाई को इंग्लैंड का सामना बर्मिंघम में आस्ट्रेलिया से होगा। भारत ने 1983 विश्व कप में सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया था।