नई दिल्ली: कर्नाटक में एक बार फिर सियासी संकट उठ खड़ा हुआ है। कांग्रेस के 13 विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद संकट गहरा गया है। ये बात अलग है कि कांग्रेस और जेडीएस दोनों दलों का कहना है कि सरकार पर किसी तरह का खतरा नहीं है। इन सबके बीच बीजेपी का कहना है कि वो राज्य की राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर है। लेकिन वो सरकार बनाने की जल्दी में नहीं है। ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि राज्य में सरकार बनाने की गणित किसके पक्ष में है।

कर्नाटक के राजनीतिक संकट पर कांग्रेस और जेडीएस का कहना है कि बीजेपी अपनी कुटिल चाल के जरिए सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। सिद्धारमैया का कहना है कि सरकार की पर किसी तरह की संकट नहीं है। गठबंधन की सरकार पूरे पांच साल तक बिना किसी बाधा के चलती रहेगी। लेकिन बीजेपी का कहना है कि सिद्धारमैया अपनी सरकार के लिए खुद ब खुद संकट बने हुए हैं। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस की तरफ से बीजेपी पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं।

कर्नाटक में कांग्रेस मंत्रियों के इस्तीफे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस्तीफे की शुरुआत तो राहुल गांधी ने की थी। उन्हें देखकर कांग्रेस के दूसरे नेता भी इस्तीफा दे रहे हैं। कर्नाटक में जो कुछ भी हो रहा है उसके लिए बीजेपी का दूर दूर तक लेना देना नहीं है।

कर्नाटक के मुद्दे पर संसद में भी हंगामा हुआ। कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के इशारे पर राज्य में अस्थिरता का माहौल बनाया जा रहा है। लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कांग्रेस के आरोपों में सच्चाई नहीं है। केंद्र सरकार का स्पष्ट मत है कि चुनी हुई सरकारों को अपना कार्यकाल पूरा करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी खरीदफरोख्त में भरोसा नहीं करती है।

कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस के सभी 21 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है।

इससे पहले एच डी कुमारस्वामी सरकार में मंत्री और निर्दली विधायक नागेश ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वो बीजेपी के साथ हैं। नागेश ने कहा कि मौजूदा सरकार में राज्य के लोगों के हितों की अनदेखी की जा रही है।

कांग्रेस सांसद डी के सुरेश का कहना है कि कर्नाटक में राजनीतिक संकट के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय नेता जिम्मेदार हैं। बीजेपी के लोग नहीं चाहते हैं कि मौजूदा कांग्रेस सरकार या विपक्ष की कोई भी सरकार किसी भी राज्य में शासन कर सके। वो लोग लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं।