लखनऊ: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र में बुधवार को भूमि विवाद में 3 महिलाओं समेत 9 व्यक्तियों की मौत और दर्जनों लोगों के घायल हो जाने की गंभीर घटना पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा है कि इसके लिए योगी सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है।
पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव गुरुवार को घटना स्थल का दौरा करने और मृतकों के परिजनों व घायलों से मिलने के लिए लखनऊ से आज सोनभद्र के लिए रवाना हो गये।

इसके पहले, बुधवार को यहां जारी बयान में उन्होंने कहा कि घटना आदिवासी गरीबों के प्रति योगी सरकार की उपेक्षापूर्ण और दमनकारी नीति का परिणाम है। आदिवासियों की जमीनों पर दबंगों की निगाह पहले से है। योगी सरकार में उनकी जमीनें कब्जाई जा रही हैं और प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका में है। यही नहीं, योगी सरकार में आदिवासी लोग प्रशासन के संरक्षण में अपनी जमीनों से बड़े पैमाने पर बेदखल भी किये जा रहे हैं। प्रतिवाद करने पर आदिवासियों को मुकदमों में फंसाया जा रहा है, उन्हें जेल भेजने से लेकर उनकी हत्याएं तक हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि सोनभद्र की घटना प्रदेश में खराब कानून व्यवस्था, दबंगों के बढ़े मनोबल और आदिवासी गरीबों के हो रहे उत्पीड़न का जीता जागता प्रमाण है। उन्होंने हमलावरों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने, आदिवासियों की बेदखली रोकने, उनके वास-आवास की जमीन का विनियमितीकरण व पुश्तैनी जमीनों का संरक्षण करने की मांग की।