नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुसलमानों को 1947 के बाद की सजा मिल रही है। आजम खान ने कहा है कि यदि उनके (मुस्लिमों के) पूर्वज उस समय पाकिस्तान चले जाते हैं तो उन्हें यह सजा ना मिलती। आपको बता दें कि आजम खान को हाल ही यूपी सरकार ने भू माफिया घोषित किया है और उन पर 23 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

लिंचिंग की घटनाओं से संबंधित सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए आजम खान ने कहा, 'यह मुसलमानों को 1947 के बाद की सजा मिल रही है। जो भी किया जाएगा मुस्लिम लोग उसका सामना करेंगे। हमारे पूर्वज पाकिस्तान क्यों नहीं गए? यह सवाल मौलाना आजाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और बापू से पूछें। उन्होंने मुसलमानों से वादे किए थे।' आजम खान ने कई सवाल दागते हुए पूछा कि मुस्लिमों से इतने वादे क्यों किए गए?

आजम खान पर जबरन जमीन हड़पने के आरोप में उत्तर प्रदेश में 23 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। यूपी सरकार ने उनका नाम एंटी भू माफिया पोर्टल पर बनी सूची में डाल दिया है। आजम पर आरोप है कि उन्होंने अपनी जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किसानों से जोर जबरदस्ती करके जमीन को हथिया लिया। इसके लिए कई किसानों ने शपथ पत्र दायर कर आरोप लगाए हैं।

वहीं आजम ने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को हराने की सजा दी जा रही है। आजम ने अपनी तथा जौहर विश्वविद्यालय की छवि धूमिल करने की रामपुर के जिलाधिकारी की साजिश करार दिया है। समाजवादी पार्टी ने भी आजम खान के खिलाफ लगे आरोपों को फर्जी बताया है। यूपी विधान परिषद के मानसून सत्र के दौरान सपा सदस्यों ने जमकर इसका विरोध किया और कहा कि आजम खान का उत्पीड़न किया जा रहा है। सपा सदस्यों ने इस मामले की जांच के लिए एक सर्वदलीय समिति बनाने को कहा है।

देश में मॉब लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं का मुद्दा लोकसभा में भी उठ रहा है। एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को लेकर सरकार से कानून बनाए जाने की मांग की है। आपको बता दें कि हाल ही में बिहार के सारण तथा राजस्थान के अलवर से मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आई हैं जिसमें चार लोगों की मौत हो गई।