नई दिल्ली: झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। शनिवार को गुमला के सिरई थाने के पिचकारी गांव में 4 लोगों की पीट-पीटकर हत्या हो गई। यहां डायन बताकर दो महिला समेत चार लोगों को भीड़ ने मार डाला।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग 12 की संख्या में अपराधियों ने यहां हमला बोला। उन्होंने चांपा उरांव (62) उसकी पत्नी फीरी उरांव (60), सुना उरांव (65) और फगुनी देवी (62) को पकड़ अपने साथ ले गए। अपराधियों ने चारो लोगों की लाठी-डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी।

बीते महीने कथित चोरी को लेकर तबरेज अंसारी नामक युवक के साथ भीड़ ने मारपीट की थी और इस घटना का एक कथित वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ लोग पीड़ित को ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ बोलने के लिए विवश करते हुए दिखे। तबरेज अंसारी की मौत के मामले में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल में 22 जून को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।

अंसारी हत्याकांड में मृतक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने पुलिस पर उसे पहले अस्पताल ले जाने की बजाए जेल ले जाने का आरोप लगाया। अंसारी से हाल ही में परवीन का निकाह हुआ था। उसने अपनी शिकायत में कहा, “पुलिस को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने से पहले अस्पताल ले जाना चाहिए था।’’

तबरेज हत्याकांड की गूंज लोकसभा में भी सुनाई दी थी। विपक्षी दलों के सांसदों ने केंद्र से राज्य सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश देने की मांग की थी।