नई दिल्ली : सरकार सेना में शीर्ष स्तर पर बड़ा बदलाव करने की तैयारी में। सरकार किसी भी समय शीर्ष सेना कमांडरों एवं आर्मी स्टाफ के वाइस चीफ पद पर नियुक्तियों की घोषणा कर सकती है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सेना के सूत्रों ने बताया, 'इस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने को वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनना तय माना जा रहा है। नरवाने लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबु की जगह लेंगे। अंबु 31 अगस्त को सेवा से रिटायर हो रहे हैं।'

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का तीन वर्षों का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो रहा है। इसके बाद सेना के इस शीर्ष पद के लिए नरवाने और नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह दौड़ में होंगे। सरकार इस्टर्न कमान नें नरवाने की जगह डाइरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान की नियुक्ति की घोषणा कर सकती है। चौहान पूर्वी संभाग में सेना के तीन कोर की कमान संभाल चुके हैं और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद एलओसी पर चलने वाले सेना के ऑपरेशंस में अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं।

सरकार सेना की पश्चिमी कमान की जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह को सौंप सकती है। सिंह लेफ्टिनेंट जनरल सुरिंदर सिंह की जगह लेंगे। सुरिंदर सिंह 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह मौजूदा समय में भोपाल में 21 स्ट्राइक कोर के कमांडर हैं। इसके अलावा जयपुर स्थित दक्षिण पश्चिमी सेना कमान एवं लखनऊ स्थित सेंट्रल कमान के शीर्ष पदों पर भी नियुक्तियां हो सकती हैं क्योंकि इन दोनों कमान के प्रमुख निकट भविष्य में रिटायर होने वाले हैं।

सेना के शीर्ष पदों पर होने वाले ये बदलाव काफी अहम हैं। खास तौर से सेना प्रमुख पद पर होने वाली नियुक्ति महत्वपूर्ण होगी। पूर्वी सीमा और पश्चिमी सीमा पर अभियान चलाने का अनुभव रखने वाले सैन्य अधिकारी को नए सेना प्रमुख की जिम्मेदारी मिल सकती है। सरकार ने दिसंबर 2016 में सेना प्रमुख पद पर जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति की थी। दरअसल, सरकार ने वरिष्ठता क्रम में सीनियर दो अन्य सैन्य अधिकारियों की जगह इस पद के लिए रावत के नाम को आगे बढ़ाया था। उनकी इस नियुक्ति पर विवाद भी हुआ था। हालांकि बाद में सरकार ने यह मसला सुलझा लिया।