ट्रम्प ने ईरानी विदेश मंत्री जरीफ पर लगाए प्रतिबंध

वाशिंगटन: अमेरिका ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ पर प्रतिबंध लगाए हैं जिनके कारण उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में कटौती होगी और अमेरिका में उनकी सम्पत्तियां सील कर दी जाएंगी। अमेरिका के इस कदम के कारण ईरान और उसके बीच तनाव और बढ़ गया है।

अमेरिका ईरान की परमाणु गतिविधियों को रोकने की बात करने वाले 2015 के परमाणु समझौते से पिछले साल पीछे हट गया था जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति है। इसके बाद से अमेरिका ने ईरान की अर्थव्यवस्था पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।

अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने बुधवार को कहा, ‘‘जवाद जरीफ ईरान के सर्वोच्च नेता के धृष्ट एजेंडे को लागू करते हैं और विश्वभर में ईरानी शासन के मुख्य प्रवक्ता हैं। अमेरिका ईरानी शासन को स्पष्ट संदेश भेज रहा है कि उसका हालिया व्यवहार अस्वीकार्य है।’’

अमेरिका ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई पर भी जून में इसी प्रकार के प्रतिबंध लगाए थे। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, ‘‘ यह ईरानी लोगों का दमन करने और आतंकवाद को सक्षम बनाने वाले संसाधनों से ईरानी सत्ता को वंचित रखने की ओर एक और कदम है।’’

उन्होंने कहा कि ईरान के कीमती संसाधनों को ईरान के लोगों के लिए निवेश करने के बजाए ईरानी शासन आतंकवाद को बढ़ावा देता है, निर्दोष ईरानियों को जेल भेजता है और उनका उत्पीड़न करता है, सीरिया और यमन में संघर्षों को हवा देता है और उसने हालिया सप्ताह में अपने परमाणु कार्यक्रम को भी विस्तार दिया है।

पोम्पिओ ने आरोप लगाया कि ईरानी विदेश मंत्री इस्लामी गणराज्य के ना केवल राजनयिक माध्यम हैं बल्कि वे सर्वोच्च नेता की अस्थिर करने वाली कई नीतियों को आगे ले जाने वाले साधन भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ विदेश मंत्री जरीफ इन हानिकारक गतिविधियों में कई वर्षों से शामिल हैं।’’

पोम्पिओ ने कहा, ‘‘ विदेश मंत्री जरीफ और उनका विदेश मंत्रालय सर्वोच्च नेता और उनके कार्यालय से निर्देश लेता है। विदेश मंत्री जरीफ पूरे क्षेत्र और दुनिया भर में अयातुल्ला खामेनेई की नीतियों के प्रमुख प्रवर्तक हैं। जवाद जरीफ का ओहदा आज इस वास्तविकता को दर्शाता है।’’

अमेरिका की इस घोषणा के बाद अमेरिका में जरीफ की सभी संपत्तियां सील हो जाएंगी और अमेरिका में उनकी यात्रा पर प्रतिबंध लग जाएगा। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि अमेरिका में जरीफ की कोई सम्पत्ति है या नहीं।

म्नुचिन ने कहा कि कोई भी विदेशी वित्तीय संस्थान जो जानबूझकर जरीफ की ओर से या उसके लिए महत्वपूर्ण लेन-देन करता है या उसमें मदद करता है, वह भी अमेरिकी प्रतिबंधों के दायरे में आएगा।

इन प्रतिबंधों को लेकर जरीफ ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिका का मुझे प्रतिबंधित करने का कारण यह है कि मैं विश्वभर में ईरान का मुख्य प्रवक्ता हूं। क्या यह सच वाकई इतना दर्दनाक है? इसका मुझ पर या मेरे परिवार पर कोई प्रभाव नहीं है क्योंकि मेरी ईरान के बाहर कोई सम्पत्ति या हित नहीं है। मुझे आपके एजेंडे के लिए बड़ा खतरा समझने के लिए आपका धन्यवाद।’’