200 से अधिक कंपनियों के बिज़नेस लीडर्स के साथ की सीओएक्स मीटिंग

ग्रेटर नॉएडा: आज ग्रेटर नॉएडा में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के अंतर्गत 200 से अधिक कंपनियों के बिज़नेस लीडर्स से विचार विमर्श करने के बाद उत्तर प्रदेश ने 62 से अधिक प्रशिक्षण ट्रेड को कौशल विकास कार्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। उद्यमों से बातचीत करने के पीछे सरकार की मंशा यही है कि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के लिए तैयार किया जाए। राज्य में 3100 से अधिक आईटीआई चलाए जा रहे हैं जिनके कोर्सों को रोजगार के अनुरूप बनाने की सरकार ने मुहिम चलायी है।

आज के कार्यक्रम में सैमसंग, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, पैनासोनिक, यामाहा मोटर्स, होंडा मोटर्स, एशियन पेंट्स, डाबर, एटलस साइकिल आदि के बिज़नेस लीडर्स ने भाग लिया। इस 'सीओएक्स मीट' कार्यक्रम का उद्देश्य यही था कि उद्योगों के बिजनेस लीडर्स से संवाद करके कौशल विकास के कार्यक्रमों को रोजगार के अनुरूप बनाया जाए। उत्तर प्रदेश एक बड़ी आबादी वाला राज्य होने का लाभ लेते हुए युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में हुनरमंद बना रहा है। भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था है जो 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने ओर अग्रसर है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश भी 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का अपना लक्ष्य पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

राज्य में कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने बताया कि पूरे विश्व में तकनीक और उद्द्योगों में लगातार विकास हो रहा है। सरकार प्रदेश के युवाओं को समय के अनुरूप रोजगार के लिए तैयार कर रही है। अभी प्रदेश में 3100 से अधिक आईटीआई है जिसके कोर्स को समय के अनुरूप बनाया जाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, सरकार पारम्परिक विकास पर भी ध्यान दे रही है ताकि क्षेत्रीय उद्योग जैसे शिल्पकार और छोटे उद्योग चलने वालों को भी बेहतर प्रक्षिण देकर उनकी आमदनी बढ़ाई जा सके।

इसके अलावा चौहान जी ने बताया कि सरकार जल्दी ही सफल युवाओं की कहानी भी लोगों तक पहुंचाएगी ताकि उससे और युवाओं को प्रेरणा मिल सके। सरकार ऑनलाइन पोर्टल रोजगार जंक्शन के बारे में लोगों को बताने के लिए रेडियो और गांव में प्रचार कर रही है ताकि बेरोजगार युवा खुद को रजिस्टर कर सकें। स्किल्स मित्र योजना युवाओं को उनके क्षेत्र के आसपास ही रोजगार उपलब्ध करवाने की दिशा में काम करते हैं जिससे युवाओं को घर से दूर न जाना पड़े। इसके अलावा राज्य सरकार स्थानीय लेवल पर रोजगार मेला भी लगाती है जिससे उस क्षेत्र के युवाओं को नौकरियों के बारे में पता लगता रहता है।

कौशल विकास राज्य मन्त्री सुरेश पासी जी ने कहा कि विभाग द्वारा चलाई जा रही योजना द्वारा कई क्षेत्रों में युवाओं को प्रक्षिण दिया जा रहा है। हाल ही में सम्पन्न GBC-2 कार्यक्रम में प्रदेश में 65000 करोड़ रूपये का निवेश हुआ। जिससे राज्य में तीन लाख से अधिक रोजगार उत्पन्न होंगे। उद्योगों को कौशल विकास से जोड़कर सरकार न केवल युवाओं को रोजगार दिलाएगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। आज के कार्यक्रम में यूपी होटल्स लिमिटेड एवं पार्थ थ्रेड प्राइवेट लिमिटेड ने कौशल विकास विभाग के साथ एमओयू पर भी हस्ताक्षर किये।