नई दिल्ली: अरबपति कारोबारी सुनील भारती मित्तल की कंपनी एयरटेल की डिजिटल टीवी सर्विस एयरटेल डीटीएच, प्राइवेट इक्विटी फर्म वारबर्ग पिनकस और एस्सेल ग्रुप के मालिकाना हक वाली डिश टीवी के बीच एक समझौता हुआ है। इसके तहत, डिश टीवी और एयरटेल टीवी के बिजनेस का मर्जर होने वाला है। इस डील की औपचारिक घोषणा अगले चार से छह हफ्ते में हो सकती है। अंग्रेजी अखबार इकॉनमिक टाइम्स ने मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है।

बता दें कि एस्सेल ग्रुप कारोबारी सुभाष चंद्रा के नियंत्रण वाली कंपनी है। एस्सेल ग्रुप के प्रमोटर्स अपनी कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ZEE) में कुछ शेयर बेचने के बाद अब डिश टीवी के एयरटेल डिजिटल टीवी में मर्जर की योजना पर फोकस कर रहे हैं। बता दें कि एस्सेल ग्रुप के प्रमोटर्स लोन चुकाने के लिए संपत्ति बेच रहे हैं। एस्सेल ग्रुप की डिश टीवी में 57.52% हिस्सेदारी है।

सूत्रों के मुताबिक, एस्सेल ग्रुप के प्रमोटर्स ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज की हिस्सेदारी बेचने में व्यस्त थे इसलिए डिश टीवी के मर्जर की योजना होल्ड पर थी। चूंकि अब वो काम पूरा हो चुका है, इसलिए तीनों पार्टियां अब इस डील को पूरा करने में जुट गई हैं। एस्सेल ग्रुप के प्रवक्ता ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि कंपनी अटकलबाजियों पर टिप्पणी नहीं करती।

बता दें कि भारतीय एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने मार्च में दोनों कंपनियों के डीटीएच ऑपरेशंस के मर्जर की पहल की थी। बिजनेस एक्सपर्ट्स इसे रिलायंस जियो के उस कदम के जवाब के तौर पर देख रहे हैं, जिसके तहत मुकेश अंबानी की कंपनी ने देश की बड़े केबल ऑपरेटर कंपनियां डेन नेटवर्क्स और हैथवे केबल ऐंड डाटाकॉम में हिस्सेदारी खरीदी थी।

फिलहाल एयरटेल डिजिटल टीवी और डिश टीवी अगर साथ आ जाते हैं तो यह दुनिया की सबसे बड़ी टीवी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी बन जाएगी जिसके 4 करोड़ ग्राहक होंगे और भारत के डीटीएच बिजनेस में इसकी 62 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में इस वक्त कुल 7 करोड़ 25 लाख डीटीएच सब्सक्राइर्ब्स हैं।