चेन्नई: कश्मीर को लेकर नेताओं की विवादित बयानबाजी रूकने का नाम नहीं ले रही है। अब एमडीएमके के मुखिया वाइको ने कहा है कि जब देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मना रहा होगा तो कश्मीर भारत के साथ नहीं होगा। मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जब भारत 100वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा तो कश्मीर भारत का भाग नहीं होगा। भाजपा ने कश्मीर को गड्डे में धकेल दिया है। मैं कश्मीर को लेकर पहले भी अपने विचार रख चुका हूं। मैंने कश्मीर मुद्दे को लेकर भाजपा पर 70 फीसदी और कांग्रेस पर 30 फीसदी हमला किया था।'

तिमरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (MDMK) के चीफ और राज्यसभा सांसद वायको ने तिरुवन्नमलई जिले में अपनी पार्टी के एक समारोह को संबोधित करते हुए वायको ने कहा कि हमारी पार्टी डीएमके के फाउंडर सीएन अन्नादुरई की 110वीं जयंती के अवसर पर एक दिन के कार्यक्रम आयोजित करेगा। इससे पहले पांच अगस्त को जब अनुच्छेद 370 हटाए जाने का संकल्प राज्यसभा में पेश किया गया था तो वायको ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा था कि यह दुख भरा दिन है आज कश्मीरी लोगों को दिया गया वादा तोड़ दिया गया है।

वायको पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। कुछ समय पहले ही चेन्नई की एक अदालत ने उन्हें श्रीलंका के आतंकी संगठन लिट्टे का समर्थन करने पर देशद्रोह का आरोपी मानते हुए दोषी करार दिया था। बाद में अदालत ने इस सजा पर रोक लगा दी थी।

इतना ही नहीं वाइको ने पिछले महीने ही हिंदी भाषा को लेकर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने पीएम मोदी और अधिकतर सांसदों के हिंदी में बोलने पर आपत्ति प्रकट करते हुए कहा था, 'आज संसद में हिंदी की वजह से बहस का स्तर गिर गया है। वे सिर्फ हिंदी में चिल्लाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिंदी में ही संसद को संबोधित करते हैं। मेरी नजर में हिंदी बोलने के पीछे प्रधानमंत्री की भावना हिंदी, हिंदू, हिंदू राष्ट्र की है।'