कुशीनगर: लक्ष्य की कुशीनगर टीम द्वारा "बहुजन जनजागरण" अभियान की तहत एक दिवसीय कैडर कैम्प उत्तर प्रदेश के जिला कुशीनगर के गांव मधुरिया, कुकुत्था, नदी के तट पर भंते रत्नाकर के नेतृत्व में आयोजित किया गया |

बहुजन समाज को अपनी दशा में परिवर्तन के लिए अपनी दिशा में बदलाव लाना होगा अर्थात बहुजन समाज के लोगो को अपनी दिशा का मंथन करना होगा और जानना होगा कि जो मार्ग उन लोगो ने सामाजिक परिवर्तन के लिए अपनाया है क्या वह उनकी दशा में सुधार ला सकता है अन्यथा सायद हम लोग सामाजिक उत्थान के नाम पर अपना समय व्यर्थ कर रहे है | यह बात लखनऊ से आईं लक्ष्य कमांडर विजय लक्ष्मी गौतम, संघमित्रा गौतम व् रेखा आर्या ने कही |

उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी दिशा का अध्ययन करे तो पाते कि समाज की दशा में बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं दिखाई देता है इसका अर्थ यह हुआ की जो मार्ग हम लोगो ने अपना रखा है वह स्थिति के अनुकूल नहीं है और हम सायद लकीर ही पीटते से दिखा दे रहे है |

लक्ष्य कमांडरो ने जोर देते हुए कहा कि समाज को दिशा देने वाले लोग समाज के प्रति ईमानदर, निडर, व् कर्मठ होने चाहिए और समाज की दशा बदलने की छमता रखते हो, ऐसे ही लोग समाज को नया आयाम दे सकते है | विपरीत इसके ऐसे लोग जो मालाओ के ढेर में दब गए हो, बाबा साहब से भी बड़ा अपना चित्र लगा कर औरो से बढ़ा दिखने की होड़ में लगे हो, अपना चेहरा चमकाते से दीखते हो, उनकी नज़ारे चुनाव के टिकट पर लगी हो, चाहे वो दुषित मानशिकता वाले लोगो की ही क्यों न हो ऐसे सामाजिक कार्यकर्त्ता, नेता कभी भी समाज को नई दिशा नहीं दे सकते बल्कि ऐसे लोग समाज को गुलामी की दलदल की ओर जाते है इतिहास इस बात का गवाह है |

लक्ष्य के सलाहकार एम्. एल. आर्या ने संगठन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि लक्ष्य की टीम सामाजिक परिवर्तन के लिए समर्पित है और सामाजिक परिवर्तन से ही बहुजन समाज की स्थिति में परिवर्तन सम्भव है |

इस कैडर कैम्प में डा.वीरेन्द्र कुमार, आरती देवी, मालती गौतम, लालमती, कुसुम,प्रभावती, मधु कुमारी ने भी अपने विचारे रखे और लोगो ने लक्ष्य की महिला टीम की जोरदार प्रशंसा करते हुए जिला कुशीनगर व् गोरखपुर में बड़े बड़े कार्यक्रम करने की बात कही |