नई दिल्ली। फरीदाबाद के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस विक्रम कपूर ने खुदकुशी कर ली है। उन्होंने अपने आवास पर खुद को गोली मार ली। अभी तक खुदकुशी की वजहों का पता नहीं चल सका है। डीसीपी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और फॉरेंसिक टीम घटना का जांच कर रही है। विक्रम कपूर 2 साल से फरीदाबाद में तैनात थे और एक साल बाद उनका रिटायरमेंट था।

फरीदाबाद पुलिस का कहना है कि सुबह करीब पौने छह बजे उन्होंने मुंह के अंदर पिस्टल से गोली मार ली। जिस समय यह घटना हुई उनकी पत्नी बाथरूम में थीं। गोली का आवाज सुनकर वो ड्राइंगरूम में आईं और अपने पति को खून से लथपथ पाया।

पुलिस का कहना है कि इस घटना के बाद उनकी बदहवाश पत्नी ने अपने बेटे को जगाया। यह स्पष्ट नहीं है कि किसी घरेलू विवाद की वजह से उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया या पेशेगत दबाव में थे। मूल रूप से अंबाला के रहने वाले विक्रम कपूर के करियर की शुरुआत हरियाणा पुलिस में इंस्पेक्टर से की थी और सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ते हुए आईपीएस कैडर हासिल की।

इसी तरह की एक घटना कानपुर से पिछले साल आई थी जब एक आईपीएस अधिकारी ने खुदकुशी कर ली थी। कानपुर में तैनात आईपीएस अधिकारी घरेलू विवाद की वजह से इतना तंग आ चुके थे कि उन्होंने खुद को मारने का फैसला कर लिया था। मनोचिकित्सकों का कहना है कि उच्च पदों पर तैनात अधिकारियों को पेशेगत दबाव का सामना करना पड़ता है। लेकिन इस तरह की घटनाओं के लिए ज्यादातर घरेलू वजहें ही जिम्मेदार होती हैं।