मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर विधान भवन के मुख्य द्वार पर किया ध्वजारोहण

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां विधान भवन के मुख्य द्वार पर ध्वजारोहण करने के बाद उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती के 150वें वर्ष में आयोजित होने वाला यह स्वाधीनता दिवस नया उद्देश्य और उत्साह प्रदान करने वाला है। इस अवसर पर उन्होंने आजादी के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा आजादी के बाद देश की सीमा और आन्तरिक सुरक्षा के लिए बलिदान करने वाले सेनानियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वाधीनता दिवस देश की एकता और अखण्डता की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसी वर्ष एक ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय के माध्यम से जम्मू-कश्मीर राज्य से अनुच्छेद-370 हटाया गया है और जम्मू-कश्मीर राज्य भी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत‘ की संकल्पना का हिस्सा बना है।
‘‘रक्षाबन्धन’’ के पावन पर्व भी होने पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की संसद द्वारा हाल ही में तीन तलाक की कुप्रथा को समाप्त कर इससे पीड़ित व प्रताड़ित करोड़ों बहनों को सम्मान दिया गया है। इस कुप्रथा को समाप्त किये जाने से भारतीय परम्परा और संस्कृति में नारी गरिमा और सम्मान के भाव स्पष्ट होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप से आगे बढ़ रहा है। इसमें देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश की भी भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता दिवस संकल्प दिवस है। आज का दिन अपनी आजादी को अक्षुण्ण बनाये रखने, समाज के अन्तिम पायदान के व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाकर उनका जीवन स्तर उठाने तथा भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डाॅलर बनाने का संकल्प लेने का दिन है। उत्तर प्रदेश 01 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बन सके, इसके लिए संकल्पबद्ध होकर सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष राज्य में अनेक ऐसे आयोजन सम्पन्न हुए, जिनसे उत्तर प्रदेश की विशिष्ट पहचान और साख बनी है। इस वर्ष की शुरूआत समग्र और सामूहिक प्रयास से प्रयागराज में कुम्भ के सफल आयोजन के साथ हुई है। इस आयोजन की सफलता से सिद्ध होता है कि सही मार्गदर्शन और नेतृत्व से कठिन से कठिन चुनौती पूरी की जा सकती है। प्रयागराज कुम्भ में पूरी दुनिया से 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालु सम्मिलित हुए। इस दौरान प्रदेशवासियों को राष्ट्रपति जी, उप राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों का सान्निध्य प्राप्त हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में नया विश्वास दिखायी दे रहा है। राज्य में बने निवेश और सुरक्षा के वातावरण में विकास गतिविधियां संचालित होती दिख रही हैं। फरवरी, 2018 में यू0पी0 इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से राज्य में निवेश के लिए लगभग 05 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जो कि अभूतपूर्व प्रगति थी। राज्य सरकार ने 05 महीने के समय में माह जुलाई, 2018 में प्रथम ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 62 हजार करोड़ रुपये की परियोनाओं का शिलान्यास कराया। एक साल के अन्दर पुनः द्वितीय ग्राउण्ड बे्रकिंग सेरेमनी के माध्यम से 65 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास कराया गया। एक निश्चित समयावधि में 25 प्रतिशत से अधिक के निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रासाद योजना एवं रामायण सर्किट, बौद्ध सर्किट, हेरिटेज सर्किट एवं स्प्रिचुअल सर्किट आदि के माध्यम से पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। मथुरा, बरसाना, गोकुल के विकास के लिए ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड के व्यापक परिणाम आने के बाद अयोध्या धाम, विन्ध्यवासिनी धाम, शुकतीर्थ, चित्रकूट धाम, नैमिषारण्य तीर्थ तथा देवीपाटन धाम के लिए भी विकास बोर्ड बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। जन शिकायतों के निस्तारण के लिए आई0जी0आर0एस0 पोर्टल पर सीधे आॅनलाइन शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं। जन शिकायतों के प्रभावी निस्तारण के लिए ‘मुख्यमंत्री हेल्पलाइन’ का भी शुभारम्भ किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास में राज्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने सरकारी कर्मचारियों के पेंशन अंशदान को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत किया है। इसके अलावा, आंगनबाड़ी, आशावर्कर, ग्राम प्रहरी, रसोइया, होमगार्ड, पी0आर0डी0 जवान के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के 08 चयनित आकांक्षात्मक जनपदों के विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है, जिसके उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त हुए हैं।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डाॅ दिनेश शर्मा सहित राज्य सरकार के अनेक मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।