लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर रक्षाबंधन के पावन पर्व पर आज आयोजित एक कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों की बालिकाओं ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। मुख्यमंत्री जी ने बालिकाओं को उपहार स्वरूप स्कूल बैग, पेंसिल बाॅक्स तथा वाॅटर बाॅटल भेंट की। इस मौके पर बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने 73वें स्वतंत्रता दिवस तथा रक्षाबंधन पर्व की प्रदेश व देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। क्योंकि आज के दिन स्वाधीनता दिवस और रक्षाबंधन का पावन पर्व, दोनों है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर हम सभी को बिना किसी भेदभाव के आपस में जुड़कर हर व्यक्ति को मुख्य धारा से जोड़कर आगे बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को जोड़ने में भारत की परम्परा का बड़ा योगदान है। रक्षाबंधन का पर्व हजारों वर्ष की परम्परा का पर्व है। रक्षाबंधन के पर्व पर बांधी जाने वाली रक्षा केवल सूत्र मात्र नहीं है, बल्कि संकल्प है। यह पारस्परिक बन्धुता को सुदृढ़ करने वाला तथा सम्बन्धों को प्रगाढ़ता प्रदान करने वाला पर्व है। यह पर्व यह भी प्रमाणित करता है कि भारतीय संस्कृति की जड़ें अत्यन्त गहरी हैं तथा हमारे समाज को स्पन्दन प्रदान करती हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्वाधीनता दिवस कई मामलों में विशिष्ट है। प्रधानमंत्री जी और केन्द्रीय गृह मंत्री जी के ऐतिहासिक व साहसिक निर्णय से जम्मू व कश्मीर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का हिस्सा बना है। वर्तमान में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक भारत एक है। हमारी परम्परा में नारी के सम्मान को महत्वपूर्ण और प्रगति के लिए आवश्यक माना गया है। नारी की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए कानून बनाकर असंख्य बहनों को तीन तलाक की पीड़ा से मुक्ति दिलायी गयी है। उन्होंने कहा कि नारी गरिमा के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है। यह हम सभी का सामूहिक दायित्व है कि नारी के विरुद्ध घर या बाहर कहीं पर हिंसा नहीं हो।