नई दिल्ली: स्टार रेसलर बजरंग पूनिया को देश में खेल के सर्वोच्च सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड 2019 के लिए चुना गया है। पूनिया को ये सम्मान रेसलिंग के क्षेत्र में उनके निरंतर बेहतरीन प्रदर्शन और उनके योगदान और देश का सम्मान बढ़ाने के लिए दिया जाएगा।
इस सम्मान के लिए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने बजंरग पूनिया के साथ ही विनेश फोगाट के नाम की भी सिफारिश की थी

पिछले साल भी इन खेलों के लिए पूनिया के नाम की सिपारिश की गई थी, लेकिन 2018 में ये सम्मान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को दिया गया था।

पूनिया ने हाल ही में तिबिलिसी ग्रैंड प्रिक्स में ईरान के पेमैन बिबियानी को पुरुषों के 65 किग्रा फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में हराते हुए गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले 2018 में, पूनिया ने वर्ल्ड रेसरिंग चैंपियनशिप की 65 किग्रा कैटिगरी में सिल्वर मेडल के साथ दुनिया में नंबर वन रैंकिंग हासिल की थी।

बजरंग पूनिया दो बार के कॉमनवेल्थ गेम्स मेडल विजेता भी हैं। उन्होंने 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीता था।

पिछले साल चयन प्रक्रिया में विराट कोहली और मीराबाई चानू से ज्यादा अंक मिलने के बावजूद बजंरग को खेल रत्न न मिलने पर काफी विवाद हुआ था और उन्होंने कोर्ट जाने का मन बना लिया था, लेकिन बाद में उन्होंने कोर्ट न जाने का फैसला किया था।

बजरंग के मेंटर योगेश्वर दत्त ने 2018 में उनको ये अवॉर्ड ने मिलने पर कहा था, 'ये बजंरग के साथ अन्याय है, क्योंकि वह इस साल खेल रत्न पाने के हकदार हैं। हमने कल खेल मंत्री से मुलाकात की और उन्होंने कहा कि वह चयन समिति से बात करेंगे। लेकिन मैंने बजरंग को कोर्ट न जाने की सलाह दी है क्योंकि इससे उनकी वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारियों पर असर पड़ेगा।'