रिटेल लोन वितरण को 23 फीसदी तक बढ़ाते हुए 4,900 करोड़ रुपए तक पहुचायेगा बैंक

इंस्टेंट ख़बर ब्यूरो

लखनऊः उत्तर प्रदेश के रिटेल ऋण वितरण को 23 फीसदी सालाना दर से बढ़ाते हुए वित्त वर्ष 2020 में लगभग 4,900 करोड़ रुपए तक ले जाना आईसीआईसीआई बैंक का लक्ष्य है। रिटेल लोन के दो प्रमुख खंड जैसे कि उपभोक्ता ऋण और बंधक ऋण इस वित्तीय वर्ष में तीव्र गति से बढ़ने वाले हैं | बैंक ने उत्तर प्रदेश में 20 प्रतिशत ग्रोथ जारी रहने का भरोसा भी जताया है |

आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने आज लखनऊ में एक पतरकार वार्ता को समोधित करते हुए बताया कि हम राज्य में उपभोक्ता ऋण और होम लोन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘रिटेल उपभोक्ता ऋणों ने पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। राज्य की अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि हुई है और हम राज्य में खुदरा ऋण संवितरण को 23 फीसदी तक बढ़ाकर वित्त वर्ष 2020 में 4,900 करोड़ रुपए तक ले जाने की क्षमता देखते हैं।’

‘‘इस विकास का एक महत्वपूर्ण ड्राइवर हमारी तकनीक है जिसने हमारे ग्राहकों को तात्कालिक ऋण की पेशकश की और हमारे उत्पादों को द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में उपलब्ध कराया। हमारी तकनीकी प्रगति के साथ, अब हम अपने डिजिटल चैनलों के माध्यम से ग्राहकों को तुरंत पूर्व स्वीकृत ग्राहकों को होम लोन, व्यक्तिगत और ऑटो ऋण प्रदान करते हैं।‘‘

श्री बागची ने कहा, ‘बंधक पोर्टफोलियो के भीतर, किफायती आवास खंड श्रेणी में विकास को बढ़ावा देना है। किफायती आवास खंड में, बैंक लखनऊ, कानपुर, आगरा, मथुरा और अलीगढ़ जैसे शहरों में ध्यान केंद्रित कर रहा है। बैंक अपने होम लोन के प्रस्ताव को टियर 2 और 3 शहरों में मजबूत आवास क्षमता के साथ वाराणसी, गोरखपुर और बरेली जैसे अन्य शहरों में भी विस्तारित कर रहा है।’

श्री बागची ने कहा, ‘‘हमारी योजना उत्तर प्रदेश में अपने बंधक ऋण संवितरण को 20 फीसदी बढ़ा कर वित्त वर्ष 2020 में 2,500 करोड़ रुपए तक पहुंचाने की है। इस वृद्धि को हासिल करने के लिए, हमने एक बहु-आयामी रणनीति अपनाई है। इसमें किफायती आवास खंड, टीयर 2 और 3 बाजारों तक विस्तार और क्रेडिट प्रोसेसिंग सेंटर्स में वृद्धि (त्वरित निर्णय लेने और गृह ऋण की संवितरण के लिए) शामिल हैं। हमने हाल में डिजिटल रूप से तुरंत 1 करोड़ रुपये तक का होम लोन अनुमोदन प्राप्त करने के लिए उद्योग की पहली सुविधा शुरू की है। यह प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाली पहल हमारे पूर्व अनुमोदित लाखों ग्राहकों के लिए उपलब्ध है और हमारी विकास रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।‘‘

बैंक का लक्ष्य बंधक ऋण को वित्त वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में लगभग 20 फीसदी बढ़ाते हुए 2,500 करोड़ रुपए तक पहुंचा कर इस विकास को हासिल करना है। इसके साथ, बैंक उपभोक्ता ऋण वितरण को भी बढ़ाएगी, जिसमें बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत, कार और दोपहिया वाहन व वाणिज्यिक वाहन ऋण शामिल हैं, इसे 30 फीसदी बढ़ाकर लगभग 1,700 करोड़ रुपए तक पहुंचाया जाएगा।

व्यक्तिगत ऋणों पर बागची ने कहा कि बैंक को तत्काल पेशकश के लिए उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है, जिसे ‘इंस्टा पीएल’ कहा जाता है। ‘इस सुविधा के माध्यम से, हमारे पूर्व-अनुमोदित ग्राहक व्यक्तिगत ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपने खाते में तुरंत पैसा प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, हमने वेतनभोगी के साथ-साथ स्व-नियोजित व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋणों के लिए वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर और प्रयागराज जैसे अन्य टियर 2 व 3 शहरों में अच्छी तेजी देखी है।’

ऑटो ऋण पर, उन्होंने कहा, ‘हमने हाल में पूर्व-स्वीकृत ‘इंस्टा ऑटो लोन’ पेश किया है, जिससे हमारे लाखों ग्राहकों को कार ऋणों के लिए अंतिम मंजूरी पत्र के साथ तुरंत, पूरी तरह से डिजिटल तरीके से सशक्त बनाया जा सके। टियर 2 और 3 शहरों में ऑटो ऋण की मांग तेजी से बढ़ रही है। हमारा ध्यान फैजाबाद, इटावा, झांसी, मुरादाबाद और शाहजहांपुर जैसे शहरों में दूसरों की क्षमता पर ध्यान देना होगा।’