दिल्ली में संत रविदास जी के मंदिर को तोड़े विरोध में DS4 का लखनऊ में धरना प्रदर्शन

लखनऊ: दिल्ली में DDA द्वारा दलित समाज की आस्था के केंद्र संत शिरोमणि रविदास जी के सैकड़ों साल पुराने मंदिर को तोड़ने के विरोध में दलित शोषित समाज संघर्ष समिति (DS4 ) के बैनर तले आज लखनऊ में गाँधी प्रतिमा के सामने धरना दिया गया| धरने पर बैठे आंदोलनकारियों का नेतृत्व डीएस 4 के अध्यक्ष आर के चौधरी ने किया, उन्होंने संत रविदास की सौगंध खाते हुए कहा कि मंदिर वहीँ बनाएंगे|

इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए आर के चौधरी ने कहा कि दिल्ली के तुगलकाबाद में संत शिरोमणि रविदास जी के 1511 ई० में बने मंदिर को DDA द्वारा तोड़ दिया गया| हर साल रविदास जयंती पर लाखों श्रद्धालु यहाँ आते थे, यह मंदिर देश में सामाजिक बदलाव के चिंतन का एक बड़ा केंद्र बन चूका था | मंदिर तोड़े जाने से दलितों शोषितों और संत रविदास के करोड़ों अनुयायियों को गहरा सदमा पहुंचा है | देश के भगवाधारी नेताओं ने इस मंदिर को तोड़े जाने पर चुप्पी साध ली है क्योंकि संत रविदास के प्रति उनकी कोई आस्था नहीं है | यह लोग वर्ण व्यवस्था को ही अपना क़ानून मानते हैं| गौतम बुद्ध और डॉ0 अम्बेडकर जैसे महापुरुषों की समता मूलक समाज निर्माण की विचारधारा उन्हें हज़म नहीं होती|

उन्होंने कहा कि एक मंदिर का मुकदमा 70 वर्षों से अभी तक चल रहा है और एक मंदिर का फैसला 70 दिनों में कर दिया क्योंकि उनकी आस्था अयोध्या में थी और हमारी आस्था संत रविदास में है, इसलिए तोड़ दिया| उन्होंने कहा, देखिएगा कि संत रविदास जी के मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए करोङो दलित और शोषित सड़कों पर आंदोलन करेंगे| उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने ध्यान न दिया तो देश के विभिन्न सामाजिक संगठनों को एकजुट करके देशव्यापी आंदोलन किया जायेगा|