नई दिल्ली: हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों के चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के थमने की आस जगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हांगकांग सरकार ने चीन प्रत्यपर्ण बिल वापस लेने का फैसला लिया है। हांगकांग की नेता कैरी लाम बुधवार को चीन प्रत्यर्पण बिल को वापस लिए जाने की घोषणा कर सकती हैं। इस बिल के विरोध में लोकतंत्र समर्थक बीते महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार अगर चीन प्रत्यर्पण विधेयक को अमली जामा पहनाने में कामयाब होती है तो हांगकांग पर चीन अपने कानून थोपने लगेगा।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, हांगकांग की संकट में घिरीं चीन समर्थित नेता नापसंद किए जा रहे प्रत्यर्पण विधेयक को हमेशा के लिए वापस ले लेंगी। एक सांसद ने बुधवार को यह जानकारी दी। अगर ऐसा होता है तो विधेयक के विरोध में पिछले तीन महीने से प्रदर्शन कर रहे लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के लिए यह बड़ी राहत लेकर आएगा। सांसद फेलिक्स चुंग ने कहा, “यह तय है कि विधेयक वापस लिया जाएगा।” चुंग के इस बयान से पहले मुख्य कार्यकारी कैरी लेम ने उनसे और अन्य शासन समर्थक हस्तियों से बुधवार की दोपहर मुलाकात की थी।

चीन प्रत्यर्पण बिल की वापसी की खबर का यह असर हुआ है कि हांगकांग का बेंचमार्क हैंग सेंग इंडेक्स उछलकर लगभग 3.3% चढ़ गया। प्रॉपर्टी इंडेक्स भी 6 फीसदी उछल गया। प्रत्यर्पण विधेयक की वापसी प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में से एक थी। लाम ने पहले इसे मरा हुआ बिल बताया था लेकिन उसे वापस नहीं लिया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई थी जिसमें कैरी लाम यह कहते हुए सुनी जा रही है कि वह पद छोड़ना चाहती हैं और हांगकांग में अशांति के लिए माफी चाहती हैं। वहीं, मंगलवार (तीन सितंबर) को लाम ने जोर देते हुए कहा कि उनका इरादा पद छोड़ने का नहीं है।

लाम ने एक संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार की सुबह कहा, ‘‘ मैंने खुद से पिछले तीन महीने से लगातार कहा है कि मैं और मेरी टीम को हांगकांग की मदद के लिए बने रहना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि उनका इस बारे में चीन सरकार के साथ बात करना भी अपेक्षित नहीं है। हांगकांग के पास सीमित हद तक ही स्वायत्तता है, अंतिम रूप से यहां चीन ही निर्णय लेता है।

रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने एक ऑडियो रिलीज किया था जिसमें नेता कारोबारी दिग्गजों को पिछले सप्ताह यह कहते हुए सुनी जाती हैं कि वह पद छोड़ना चाहती हैं और अशांति की जिम्मेदारी लेना चाहती हैं। लाम ने इस ऑडियो के लीक होने को ‘बिल्कुल अस्वीकार्य’ बताया है और इस बात से इनकार किया है कि वह या उनकी सरकार ने अशांति का वातावरण बनाया।

सप्ताहांत में हांगकांग में हुई रैलियों में हिंसा देखी गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ईंट और पेट्रोल बम फेंके। इसके बाद प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारों सहित लाठियों का इस्तेमाल किया। जून से अब तक 1,100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विधेयक के विरोधी इसे हांगकांग की स्वायत्तता में एक बड़ी सेंध मान रहे हैं। इसी को लेकर वहां लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में छात्रों की मुख्य भूमिका है।