मोदी सरकार पर लगाया जनादेश के दुरपयोग का आरोप

नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश ‘विकट’ आर्थिक संकट से जूझ रहा है और मोदी सरकार जनादेश का दुरपयोग कर रही है। सोनिया गांधी का कहना है कि भाजपा सरकार अब तक कांग्रेस के संकल्प और लचीलेपन का परीक्षण कर रही थी। लेकिन अब बीजेपी को बेनकाब करने के लिए आंदोलन को जनता तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में लोकतंत्र संकट में है।

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती समारोह की योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए सोनिया गांधी देश भर के शीर्ष पार्टी नेताओं के साथ एक बैठक कर रही हैं। बैठक में सभी पार्टी महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता हिस्सा ले रहे हैं।

बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मौजूद थी लेकिन राहुल गांधी इस बैठक में नहीं आए। बैठक में कांग्रेस शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री पंजाब के अमरिंदर सिंह, राजस्थान के अशोक गहलोत और पुडुचेरी के वी नारायणसामी उपस्थित थे लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बैठक में शामिल नहीं हुए। देश के हालात के साथ-साथ बैठक में सदस्यता अभियान पर भी चर्चा की गई। साथ ही, पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर भी मंथन हुआ।

सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद बड़े स्तर पर यह पहली बैठक है। आने वाले महीनों में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव होने हैं। कांग्रेस इस वक्त खराब दौर से गुजर रही है। पार्टी में एकजुटता बनाए रखना सोनिया गांधी की सबसे बड़ी चुनौती है। मध्य प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक अलग धड़ा बनाए हुए हैं। हालांकि सिंधिया बैठक में मौजूद थे। इससे पहले भी अनुच्छेद 370 पर राष्ट्रीय स्तर के आपसी मतभेद खुलकर सामने आए थे। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी जगजाहिर है। महाराष्ट्र में भी पार्टी के कई नेताओं ने भाजपा का दामन पकड़ लिया है। हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा कुछ दिन पहले अपने बागी तेवर दिखा चुके हैं।

सोनिया ने कहा कि अब पार्टी के पास एक एजेंडा होना चाहिए। क्योंकि आर्थिक मंदी के कारण देश का नुकसान बढ़ रहा है और लोगों का विश्वास हिल गया है। उनका कहना है कि सरकार आर्थिक मोर्चे पर बढ़ते नुकसान से लोगों का ध्यान हटाने के लिए ‘प्रतिशोध की राजनीति’ कर रही है।

उन्होंने कहा कि सरकार महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल और बी आर अंबेडकर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत पर कब्जा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने ‘नापाक एजेंडे’ को आगे बढ़ाने के लिए उनके संदेशों को ‘गलत’ बता रही है।