मुंबई: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने सीटों के बंटवारेकी जानकारी दी है. सोमवार शाम एक प्रेस वार्ता में पूर्व सीएम पृथ्वी राज चव्हाण ने जानकारी दी कि नेश्नलिस्ट कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेगी वहीं 38 सीटे साथियों के लिए छोड़ी गई हैं. चव्हाण ने कहा कि अब 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले हैं. 38 सीटें हमने साथियों के लिए खाली छोड़ दी हैं. अगर दूसरे दलों से गठबंधन की बात नहीं बनती हैं तो यह सीटें भी NCP कांग्रेस बांट लेंगी.

कांग्रेस-एनसीपी शुरू से ही महाराष्ट्र में गठबंधन में रहे हैं. 288 वाली विधानसभा में 250 सीटों पर कांग्रेस-एनसीपी चुनाव लड़ेंगे. वहीं 38 सीटों को साथियों के लिए खाली छोड़ी है. ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर चल रही कश्मकश अब खत्म हो गई है.

इस बात की पुष्टि एनसीपी मुखिया शरद पवार ने भी कर दी है. उन्होंने कहा है कि दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि हमारा फार्मूला पहले दिन से ही 50-50 सीटो पर बात चल रही थी . उसी के तहत 125-125 सीटो पर सहमति बनी है , लेकिन गठबंधन को साथ लेने के लिए अगर दोनो पार्टियो को और भी सीटे छोड़नी पड़ी तो हम तैयार है. अभी भी हमारी गठबंधन के सहयोगियो से बातचीत चल रही है.

इससे पहले शनिवार को स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने अपने गठबंधन की घोषणा कर दी. शनिवार को उन्होंने कई छोटे संगठनों से मिलकर बने नए गठबंधन 'प्रजा लोकशाही परिषद' की घोषणा की. हालांकि शेट्टी ने इसे गैर-राजनीतिक गठबंधन बताया. उन्होंने कहा, "हमने हाशिये पर मौजूद लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए यह गठबंधन बनाया है…यह एक गैर-राजनीतिक मंच है जो चुनाव नहीं लड़ेगा." उन्होंने कहा कि समूह के कुछ सदस्य संगठन अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व सहयोगी राजू शेट्टी ने कहा, सांप्रदायिकता नए शिखर पर पहुंच गई है और सरकार समाज में दरार पैदा कर रही है. छोटे ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदायों को धमकाया जा रहा है. किसान नेता ने कहा कि राजनीतिक नेता सत्ता की भूख के चलते सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना में शामिल हो रहे हैं.

राजू शेट्टी ने कहा, ऐसी स्थिति में, इन सभी समान विचारधारा वाले समुदायों को एक साथ एकजुट करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि चुनावों में हमारे एक साथ होने का असर दिखेगा. शेट्टी ने कहा कि एसएसएस गठबंधन चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि वे भाजपा और शिवसेना को छोड़कर किसी भी दल के साथ सीट बंटवारे पर वार्ता के लिए तैयार हैं.