कहा- जिम्मेदारी से बचना चाहती है बीजेपी सरकार

नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती और वाहनों की बिक्री में आई गिरावट को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। मंगलवार को उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है।

प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था में सुस्ती और वाहनों की बिक्री में आई गिरावट को लेकर एक ट्वीट भी किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि भाजपा सरकार से बस इतना ही कहना है कि आप जो इधर-उधर की बात करके कारवां लुट जाने देने की जिम्मेदारी से बचना चाहते हो, यह मुश्किल होगा, लोग देख रहे हैं। एक और कंपनी पर पड़ी मंदी की मार और लोग होंगे बेरोजगार।

प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर की साझा की है जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिनों तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा। ऐसे में कई और लोगों की छटनी होने की बात कही गई जा रही है।

प्रियंका ने जो खबर साझा की है, उसके मुताबिक देश की दिग्‍गज ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिन तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा। कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में किया है जब देश का ऑटो उद्योग सुस्‍ती के दौर से गुजर रहा है।

न्‍यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक महिंद्रा ने शेयर बाजार को अपने प्‍लांट बंद करने के संबंध में जानकारी दी है। महिंद्रा की ओर से कहा गया कि इस तिमाही के दौरान 3 दिन अतिरिक्त प्रोडक्‍शन नहीं किया जाएगा। असल में बीते 9 अगस्त को कंपनी ने देश के अलग-अलग प्‍लांट में 14 दिन तक प्रोडक्‍शन बंद रखने का ऐलान किया था।

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर सुस्त अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर हमला बोला हो। इससे पहले केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के बेरोजगार युवाओं को लेकर दिए गए बयान पर प्रियंका गांधी ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है। नौकरियां पैदा नहीं हुईं, जो नौकरियां थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं।

प्रियंका ने कहा था कि नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे। आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा। हालांकि बयान पर फजीहत के बाद संतोष गंगवार ने सफाई दी है। संतोष गंगवार ने कहा, मैंने जो कहा था उसका अलग संदर्भ था। देश में योग्यता (स्किल) की कमी है और सरकार ने इसके लिए कौशल विकास मंत्रालय भी खोला है। इस मंत्रालय का काम नौकरी के हिसाब से बच्चों को शिक्षित करना है।