ह्यूस्टन: संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में हिस्सा लेने अमेरिका गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार देर रात ह्यूस्टन पहुंचे। मोदी ने अमेरिका की एनर्जी सिटी कहे जाने वाले ह्यूस्टन में ऊर्जा कंपनियों के 16 सीईओ के साथ बैठक की। ऊर्जा के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को विस्तार देने के उद्देश्य से यह बैठक की गई।

भारतीय पेट्रोलियम कंपनी पेट्रोनेट ने यहां अमेरिका की प्राकृतिक गैस (एलएनजी) कंपनी टेल्युरियन से 50 लाख टन एलएनजी प्रतिवर्ष आयात करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए। एमओयू के अनुसार, पेट्रोनेट ड्रिफ्टवुड होल्डिंग में निवेश करेगा, जिससे पेट्रोनेट को प्रोजेक्ट के पहले चरण या दूसरे चरण से प्रतिवर्ष 50 लाख टन एलएनजी खरीदने का अधिकार मिल जाएगा। टेल्युरियन और पेट्रोनेट का समझौते का लेनदेन 31 मार्च 2020 तक पूरा करेंगे।

मोदी कश्मीरी पंडितों से भी मिले। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक सदस्य ने प्रधानमंत्री का हाथ चूमते हुए सात लाख कश्मीरी पंडितों की तरफ से उनको धन्यवाद किया। इस दौरान मोदी ने ‘नमस्ते शारदे देवी’ श्लोक का पाठ किया। कश्मीरी पंडितों का प्रतिनिधित्व कर रहे सुरिंदर कौल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमसे कहा कि आपने नया कश्मीर बनाने के लिए बहुत कुछ सहा है। हमारे युवाओं ने उन्हें वह संदेश भी दिए जो समुदाय ने उनके लिए तैयार किए थे। मैंने समुदाय की ओर से एक ज्ञापन प्रस्तुत किया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।

बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विजय गोखले भी मौजूद थे। वहीं, भारत में अमेरिका के राजदूत केनथ जस्टर भी बैठक में नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी' कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक भारतीयों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी शामिल होंगे। सात दिनों के दौरे पर मोदी अमेरिका पहुंचे हैं।