रामपुर: सोमवार को रामपुर में समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद आजम खान के आवास के बाहर जमीन कब्जाने के आरोपों सहित कई मामलों से संबंधित अदालती नोटिस लगा दिए गए। आजम खान के आवास के मुख्य द्वार पर गंज थाने के अधिकारियों द्वारा नोटिस लगाए गए। नोटिस आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के नाम पर भी हैं। कोर्ट के नोटिस इतने सारे हैं कि आजम खान के आवास का दरवाज ढक गया। पुलिस ने कुल 27 नोटिस चिपकाए हैं। पुलिस का कहना है कि उन्होंने आजम के घर के बाहर नोटिस चिपकाए क्योंकि उन्होंने खुद को उनके खिलाफ दर्ज मामलों में पुलिस द्वारा जांच के लिए उपलब्ध नहीं कराया।

आजम खान के खिलाफ 80 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अधिकांश जौहर विश्वविद्यालय द्वारा भूमि अतिक्रमण के बारे में हैं। सपा विधायक यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हैं।

वहीं इसके अलावा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने कोसी बाढ़ क्षेत्र पर अतिक्रमण के लिए आजम खान के निजी विश्वविद्यालय के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। पीठ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से 13 अगस्त, 2019 को एक रिपोर्ट दायर की गई है कि ट्रस्ट ने भूमि को अवैध रूप से हड़प लिया जिसके खिलाफ मुरादाबाद के प्रभागीय आयुक्त के समक्ष अपील लंबित है। प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पट्टे को रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है।

मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय एक निजी विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट ने 2006 में उत्तर प्रदेश के रामपुर में की थी। यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मान्यता प्राप्त हैं, जिसके कुलाधिपति आजम खान हैं।

वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि यदि समाजवादी पार्टी सत्ता में आती है, तो आजम खान के खिलाफ दर्ज सभी मामलों को वापस ले लिया जाएगा। यादव ने ये टिप्पणी रामपुर में की, जहां उन्होंने आजम के परिवार से उनके आवास पर मुलाकात की और मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय, उर्दू गेट और रामपुर पब्लिक स्कूल इंटरनेशनल का दौरा किया।