नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में नंबर चार की पोजिशन अब तक अबूझ पहेली बनी हुई है। विश्व कप में सेमीफाइनल से हारकर बाहर हो जाने के बाद इस पर कई सवाल भी उठे। कप्तान, कोच, टीम मैनेजमेंट के साथ-साथ चयनकर्ता सवालों के घेरे में आए, लेकिन अबतक उपयुक्त बल्लेबाज की तलाश पूरी नहीं हो पाई है। अब इस नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए टीम इंडिया से बाहर चल रहे सुरेश रैना ने ताल ठोकी है।

2018 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेलने वाले सुरेश रैना का मानना है कि वह अभी भी वनडे और टी-20 टीम में नंबर चार पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में शामिल होने की कोशिश कर रहे रैना ने 'द हिंदू' के हवाले से बताया कि मैं भारत के लिए नंबर-4 पर बल्लेबाजी कर सकता हूं। मैंने पहले भी उस स्थान पर बल्लेबाजी की है और अच्छा प्रदर्शन किया है। दो वर्ल्ड कप खेले जाने हैं और मैं मौके की तलाश में हूं।

भारतीय टीम में नंबर-4 का स्थान लंबे समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ समय तक अंबाती रायुडू को नंबर-4 पर खिलाने के बाद चयनकर्ताओं ने वर्ल्ड कप के लिए विजय शंकर को टीम में चुना। शंकर के चोटिल होने के बाद युवा ऋषभ पंत को इस स्थान पर मौका दिया जा रहा है, लेकिन वह निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

रैना ने कहा कि वह भ्रमित दिखाई देते हैं और अपना स्वाभाविक खेल नहीं खेल पा रहे हैं। वह सिंगल की तलाश करते हैं। गेंद रोकते हैं और फिर लगता है कि वह चीजों को समझ नहीं पा रहे हैं। किसी को उनसे बात करने की जरूरत है जैसा कि महेंद्र सिंह धोनी खिलाड़ियों से करते हैं। क्रिकेट एक मानसिक खेल है और पंत को समर्थन की जरूरत है ताकि वह अपना आक्रामक खेल खेल सकें। ऐसा लग रहा है कि अभी वह निदेर्शों के तहत खेल रहे हैं और यह काम नहीं कर रहा है।

सुरेश रैना ने यह भी कहा कि धोनी अभी भी टीम को बहुत कुछ दे सकते हैं। उन्होंने कहा वह अभी भी फिट है। एक बेहतरीन विकेटकीपर हैं और अभी भी खेल के सबसे बड़े फिनिशर हैं। टी-20 विश्व कप में भारत के लिए धोनी महत्वपूर्ण साबित होंगे।