नई दिल्ली: पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में 6 जगहों पर छापेमारी की है। वहीं, ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज कर लिया है। इससे पहले पुलिस ने पीएमसी बैंक घोटाले के आरोप में हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के दो डायरेक्टर्स को गिरफ्तार किया। कंपनी की 3500 करोड़ की संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। बता दें कि सरकार ने दोनों निदेशकों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। सरकार ने इमिग्रेशन अथॉरिटी को निर्देश दिया था कि वो इस बात पर नजर बनाएं रखें कि कहीं दोनों निदेशक देश छोड़कर न भाग जाएं।

अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मुंबई और आस-पास के छह स्थानों पर छापा मारा और पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक मामले में कथित धोखाधड़ी की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज किया। केंद्रीय एजेंसी द्वारा धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत एक आपराधिक शिकायत दर्ज किए जाने के बाद छापेमारी की कार्रवाई की गई।

प्रवर्तन निदेशालय का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी पर आधारित है। ईडी के सूत्रों ने बताया कि छापे का उद्देश्य अतिरिक्त सबूत इकट्ठा करना है। ईडी और मुंबई पुलिस का मामला हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआइएल) के पूर्व बैंक प्रबंधन और प्रवर्तकों के खिलाफ है।

आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 4355.43 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले में सोमवार को एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर रखा है। पीएमसी घाटाले के संबंध में मुंबई पुलिस ने गुरुवार को हाउसिंग डवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लि. (एचडीआइएल) के दो निदेशकों को गिरफ्तार किया था। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।

लोन डिफॉल्टर होने वाले राकेश वाधवान और उनके बेटे सारंग वाधवान को पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। एचडीआइएल की 3500 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी भी पुलिस ने अटैच कर ली है।

पीएमसी के आर्थिक संकट में फंसने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने धन निकासी पर प्रतिबंध लगा दिया। उसने पहले निर्देश दिया कि कोई भी खाताधारक 1000 रुपये से ज्यादा नहीं निकाल सकेगा। बाद में यह रकम बढ़ाकर 10,0000 करोड़ रुपये कर दी गई। पीएमसी के संकट में फंसने से वित्तीय क्षेत्र में एक बार फिर घबराहट फैल गई। पीएमसी के खाताधारक उसकी शाखाओं के बाहर एकत्रित होने लगे। वित्तीय क्षेत्र में संकट की आशंका से शेयर बाजार में भी पिछले दिनों खासी गिरावट देखी गई थी।

पंजाब एंड महाराष्ट्र को- ऑपरेटिव बैंक संकट के पीछे एचडीआईएल का भी नाम है। कंपनी पर आरोप है कि इसने पीएमसी बैंक से बहुत ज्यादा लोन लिया था, जिसे समय पर नहीं चुकाया। पीएमसी बैंक के कुल बुक साइज का 73 फीसदी कर्ज एचडीआईएल का ही है जो कि 19 सितंबर तक करीब 8,880 करोड़ रुपये है। पिछले सप्ताह ही भारतीय रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक पर कार्रवाई करते हुए लेनदेन संबंधी कुल प्रतिबंध लगाया था। राकेश कुमार वाधवान एचडीआईएल के एग्जीक्युटिव चेयरमैन हैं जबकि सांरग वाधवान कंपनी के प्रबंध निदेशक हैं। गिरफ्तारी के साथ-साथ दोनों की करीब 35,000 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की गई है।