नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर पर अपने मुखर विचारों के लिए चर्चित अमेरिकी सीनेटर कश्मीर का दौरा कर हालात की जानकारी लेना चाहते हैं। भारत सरकार ने डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। क्रिस वान हॉलेन को भारतीय राजनीति का जानकार माना जाता है।

क्रिस वान हॉलेन पहली अमेरिकी सीनेटर हैं जिन्हें जम्मू कश्मीर का स्पेशल स्टेटस हटने के बाद सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। करांची में जन्में और कोडइकनाल में स्कूली पढ़ाई करने वाले क्रिस वान के पिता श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत थे।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए वान हॉलेन ने कहा, 'मैं कश्मीर जाकर देखना चाहता था कि वहां क्या हो रहा है लेकिन भारत सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। हमने एक सप्ताह पहले सरकार से आग्रह किया था लेकिन बताया गया कि अभी वहां जाने के लिए उचित समय नहीं है।'

हालांकि इस पर भारत सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक सीनेटर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। वान हॉलेन ने कहा, 'मेरा मानना है कि अगर आप कुछ छिपा नहीं रहे हो तो आपको डरने की जरूरत नहीं है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि भारत सरकार नहीं चाहती कि हमें पता चले कि वहां क्या हो रहा है।'