नई दिल्ली: वस्तु और व्यापार कर (जीएसटी) को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि तमाम परेशानियों के बाद भी यह देश का कानून है, जिसका पालन सभी को करना है। वित्त मंत्री ने कहा कि इसमें खामियां हो सकती हैं, जिनसे लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन अब यह एक कानून है, जिसका पालन हम सभी को करना है।

पुणे में कारोबारियों के साथ बातचीत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'जीएसटी को अब कोस नहीं सकते। इसे देश की संसद और राज्यों की विधानसभाओं में पास कराया गया है। इसमें कमियां हो सकती हैं, आपको दिक्कतें भी होंगी, लेकिन अब यह देश का कानून है।'

सीतारमण ने कहा, 'अचानक से हम यह नहीं कह सकते कि ये (जीएसटी) क्या है। पहले दिन से मेरी इच्छा रही है कि ये आपकी उम्मीदों पर खरा उतरे। मुझे दुख है कि यह आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।'

निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते हैं कि जीएसटी बुरा है। इसे संसद और राज्यों की विधानसभाओं द्वारा पारित किया गया है। इसमें कई तरह की खामियां हो सकती हैं, इसकी वजह से अलग अलग तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन बड़े दुख के साथ उन्हें कहना पड़ रहा है कि अब यह देश का कानून है और उसका पालन करना हर किसी का कर्तव्य है।

वहीं वित्त मंत्री ने न्यूज एजेंसी एएनआई को संबोधित करते हुए ट्वीट किया कि वो उन प्रश्नों की सूची को भी अपलोड करे जिसमें हिस्सा ले रहे एक शख्स ने जीएसटी की व्यवस्था को पूरी तरह नकार रहा था। उन्होंने उस शख्स को रोकते हुए कहा था कि यदि उसके पास कोई सुझाव हो तो उसका स्वागत है। उस शख्स की प्रार्थना पर उसे प्रतिनिधि मंडल के साथ मिलने और 23 अक्टूबर 2019 को उसे मंच से बोलने का मौका भी दिया गया है।