नई दिल्ली: दो दिवसीय भारत दौरे के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग नेपाल के लिए रवाना हो चुके हैं। अनौपचारिक दौरे पर भारत आए चीन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई मसलों पर बातचीत हुई। वहीं, विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच ये मुद्दा उठा ही नहीं। उन्होंने कहा कि भारत बहुत पहले स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने वैश्विक आतंकवाद और इससे पैदा होने वाले खतरे पर चर्चा की।

विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच मानसरोवर यात्रा का मुद्दा उठा. इस दौरान मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को मानसरोवर यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ विचार सुझाये। इसके अलावा तमिलनाडु और चीन के फुजियान राज्य के बीच संबंध बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।

विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस बात पर सहमत थे कि मौजूदा दुनिया में आतंकवाद और कट्टरपंथ की चुनौतियों से निपटना जरूरी है। दोनों नेताओं ने कहा कि भारत और चीन न सिर्फ क्षेत्र आबादी के लिहाज से बड़े है, बल्कि विविधता के हिसाब से भी दोनों देश बड़े हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी को चीन आने का न्यौता दिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग का न्यौता स्वीकार कर लिया ह।. वे अगले साल चीन के दौरे पर जा सकते हैं।