तेहरान: ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि ईरान, परमाणु समझौते के अंतर्गत अपनी कटिबद्धताओं के स्तर को कम करने का चौथा क़दम उठाने के लिए तैयार है।

सैयद अब्बास मूसवी ने सोमवार को अपने साप्ताहिक पत्रकार सम्मेलन में बताया कि चौथे क़दम की तैयारी कर ली गई है और ईरान उस पर अमल करने के लिए तैयार है। उन्होंने इसी के साथ आशा जताई कि परमाणु समझौते में बाक़ी बचे देश अपने वादों को पूरा करेंगे और ईरान को कटिबद्धताएं कम करने का चौथा क़दम उठाने की ज़रूरत ही न पड़े। प्रवक्ता ने परमाणु समझौते को बाक़ी रखने के लिए फ़्रान्स और जापान की 18 अरब डाॅलर की योजना के बारे में कहा कि यह वही योजना है जो फ़्रान्स ने पेश की थी और किसी हद तक उसे आगे भी बढ़ाया था लेकिन चूंकि उसे अन्य देशों से अनुमति लेनी थी इस लिए अब तक यह योजना विफल रही है।

सैयद अब्बास मूसवी ने लेबनान की हालिया अशांति के बारे में कहा कि ईरान, अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता और उसे आशा है कि सभी दलों व गुटों की आपसी समझ-बूझ से लेबनान में शांति बहाल हो जाएगी। उन्होंने सीरिया में सैन्य छावनी बनाने की तुर्की की कोशिश के बारे में कहा कि तुर्की अपनी सीमा पर छावनी बना सकता है लेकिन सीरिया में उसके द्वारा सैन्य छावनी बनाना अस्वीकार्य है और इसे संयुक्त राष्ट्र संघ के सदस्य एक स्वाधीन देश पर हमला समझा जाएगा। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अफ़ग़ानिस्तान में चुनाव के बारे में कहा कि ईरान, एकजुट अफ़ग़ानिस्तान और इस देश की क़ानूनी सरकार का समर्थन करता है और उसका मानना है कि इस देश के सभी गुटों को सरकार में शामिल होना चाहिए और इसका मार्ग, विदेशी हस्तक्षेप के बिना सभी अफ़ग़ान गुटों की वार्ता है।