छुपाई थी मैच फिक्सिंग के ऑफर की बात

ढाका. बांग्लादेश क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है. टीम के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया गया है. शाकिब पर ये प्रतिबंध मैच फिक्सिंग का ऑफर मिलने की बात छिपाने पर लगाया गया है. बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने आईसीसी के एंटी करप्‍शन यूनिट के तीन नियमों का उल्लंघन करने की बात स्वीकार कर ली, जिसके बाद उन पर ये कार्रवाई की गई. शाकिब अल हसन हाल ही में खत्म हुए आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे नंबर पर थे. इस बैन के बाद शाकिब का करियर खत्म होने की आशंका भी बढ़ गई है.

शाकिब अल हसन पर जिस मामले को लेकर कार्रवाई की गई है, वो दो साल पुराना है. तब एक मैच से पहले बुकी ने शाकिब से संपर्क साधा था. नियमों के तहत इस तरह का कोई भी ऑफर मिलने के तुरंत बाद खिलाड़ी को आईसीसी को ये सूचना देनी होती है, लेकिन शाकिब ने ऐसा नहीं किया. ऐसे में ये माना गया कि बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने ये बात जानबूझकर छिपाई.

खबरों के मुताबिक, शाकिब ने आईसीसी से मैच फिक्सिंग का ऑफर मिलने की बात छिपाई, इसकी भनक खेल की सर्वोच्च संस्‍था की एंटी करप्‍शन यूनिट को लग गई. इसके बाद आईसीसी एंटी करप्‍शन यूनिट ने शाकिब से बात की. इस दौरान शाकिब ने खुद पर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है. हालांकि अपना पक्ष रखते हुए शाकिब ने ये जरूर कहा कि उन्होंने बुकी की बातों को गंभीरता से नहीं लिया था, इसीलिए ये बात आईसीसी को नहीं बताई.

क्रिकेट खेलने पर लगे दो साल के प्रतिबंध के चलते अब ये बात लगभग तय हो गई है कि शाकिब अल हसन भारत दौरे पर नहीं आएंगे, जहां टीम को तीन टी-20 मैच और दो टेस्ट मैच खेलने हैं. इससे पहले शाकिब की अगुआई में बांग्लादेश के क्रिकेटर्स वेतन बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर चले गए थे. इसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने विज्ञापन के मुद्दे पर शाकिब को नोटिस दे दिया था.