लखनऊ: एचडीएफसी बैंक को पहले नेशनल काॅर्पोरेट सोशल रिस्पाॅन्सिबिलिटी अवार्ड्स में काॅर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया।
समावेशी वृद्धि व सतत विकास हासिल करने के लिए काॅर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा काॅर्पोरेट सोश ल रिस्पाॅन्सिबिलिटी के क्षेत्र में इंडिया इंक के योगदान को सम्मानित करने के लिए गठित किया गया नेशनल सीएसआर अवार्ड भारत सरकार द्वारा इस क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। भाग लेने वाली 528 कंपनियों में से ज्यूरी ने अवार्ड की तीन श्रेणियों में 19 विजेताओं का चयन किया।

वित्त एवं काॅर्पोरेट मामलों के माननीय राज्यमंत्री, अनुराग ठाकुर ने इंजेती श्रीनिवास, सचिव, काॅर्पोरेट मामलों के मंत्री, भारत सरकार और वित्त एवं काॅर्पोरेट मामलों की मंत्री, निर्माला सीथारमन की मौजूदगी में एचडीएफसी बैंक के अधिकारियों, उमेश चंद्र सारंगी, स्वतंत्र डायरेक्टर; मिस आषिमा भट्ट, ग्रुप हेड – सीएसआर एवं मिस नुसरत पठान, हेड-सीएसआर को यह गौरवपूर्ण सम्मान दिया। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस अवसर पर मौजूद थे।
एचडीएफसी बैंक भारत में 54 मिलियन जिंदगियों को छू चुका है। इसका एक फ्लैगशिप प्रोग्राम, होलिस्टिक रूरल डेवलपमेंट प्रोग्राम (एचआरडीपी) है, जिसे इस समारोह में सम्मानित किया गया।

एचडीएफसी बैंक की ग्रुप हेड-सीएसआर, मिस आशिमा भट्ट ने कहा, ‘‘हमें परिवर्तन के तहत किए गए इस प्रयासों के सम्मानित होने की खुशी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एचडीएफसी बैंक में हमारा विशवास है कि भारत के सतत व समावेशी विकास के लिए हमारे गांवों को शहरों के तालमेल में विकसित होना जरूरी है। भारत के गांवों में, कृषि आज भी आजीविका का प्रमुख स्रोत है, इसलिए हम एचआरडीपी द्वारा व्यवहारिक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। हम सरकार के आदर्श गांव अभियान के अनुरूप संपूर्ण आर्थिक व सामाजिक परिस्थितियों में सुधार के लिए एक ईकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं।’’