नई दिल्ली: लेबनान के राष्ट्रपति मिशल औन ने प्रधानमंत्री साद हरीरी का त्यागपत्र स्वीकार करते हुए नये सरकार के गठन तक काम जारी रखने का आदेश दिया है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति मिशल औन ने प्रधानमंत्री साद हरीरी का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है किन्तु कहा है कि नई सरकार के गठन तक अपना काम जारी रखें। देश में दो सप्ताह से जारी प्रदर्शनों के बाद लेबनान के प्रधानमंत्री ने मंगलवार की शाम अपने पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की थी।

साद हरीरी को पहली बार दिसम्बर 2016 में देश का प्रधानमंत्री बनाया गया था। साद हरीरी को नवम्बर 2017 में सऊदी अरब के दौरे के दौरान बंधक बना लिया गया था और उन्होंने अपने त्यागपत्र की घोषणा कर दी थी किन्तु सऊदी अरब से निकलते ही उन्होंने अपना त्यागपत्र वापस ले लिया था।

मई 2018 के संसदीय चुनाव के बाद साद हरीरी को एक बार फिर मंत्रीमंडल बनाने का निमंत्रण दिया गया था और 17 महीने के बाद उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र देने की घोषणा कर दी।

इसी मध्य सूचना है कि प्रधानमंत्री साद हरीरी के त्यागपत्र के बाद जनजीवन सामान्य हो गया है। सुरक्षा संस्थाओं और प्रदर्शनकारियों के बीच राजधानी बैरूत के महत्वपूर्ण राजमार्गों और सड़कों को खोलने पर सहमति हो गयी है।

लेबनान की जनता देश में आर्थिक सुधार, अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने और भ्रष्टाचार की समाप्ति की मांग कर रही है। बेरोज़गारी, निर्धनता, सरकारी कर्ज़े में वृद्धि और भ्रष्टाचार को लेबनानी जनता के विरोध का मुख्य कारण बताया जा रहा है।

लेबनान में 17 अक्तूबर से सरकार की वित्तीय नीतियों और आर्थिक स्थिति के विरुद्ध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।