नई दिल्ली: ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने प्रतिष्ठित इटामारटी पैलेस में 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की शुरुआत की जिसमें होने वाली चर्चा के व्यापार, निवेश और आतंकवाद निरोध जैसे प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में ब्रिक्स के पूर्ण सत्र में कहा कि आतंकवाद ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को 1000 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचाया। विकास, शांति और समृद्धि के लिए सबसे बड़ा खतरा है आतंकवाद। आतंकवाद के कारण विकासशील देशों की आर्थिक वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत प्रभावित हुई है।

ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा का महल में स्वागत किया जो कि ब्राजील के विदेश मंत्रालय का मुख्यालय है।

शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स नेताओं ने एक संयुक्त तस्वीर खिंचवाई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘हमारी विविधता हमारी ताकत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स के अन्य नेताओं के साथ इस मौके पर एक तस्वीर खिंचवाई।’’

11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का विषय ‘नवप्रवर्तनशील भविष्य के लिए आर्थिक प्रगति’ है। ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि नेता बहुपक्षीय सहयोग बढ़ाने को लेकर अपनी चर्चा जारी रखेंगे।