विभूति खंड पुलिस थाने में निवेशक जागरूकता पर कार्यशाला का आयोजन

नई दिल्ली: एवोक इंडिया फाउंडेशन द्वारा विभूति खंड पुलिस थाने के अधिकारीयों के लिए आज निवेशक जागरूकता के विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का उद्घाटन विभूति खंड थाना एस एच ओ राजीव द्विवेदी , (रि.) आई पी एस ऍम डी कर्णधार, पूर्व बैंक अधिकारी ब्रिज लाल गुप्ता एवं एवोक इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रवीण कुमार द्विवेदी ने किया।

श्री राजीव द्विवेदी ने कहा कि यदि आप नहीं जानते कि आप आर्थिक रूप से सक्षम हैं की नहीं, तो यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है कि आप अपने सुखद जीवन के लिए एक सफल आर्थिक योजना बना सके। इसलिए आपको शुरुआत से आर्थिक मामलो जैसे- निवेश, बचत, बजट एवं टैक्स इत्यादि में सजग होना चाहिए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता ब्रिज लाल गुप्ता ने कहा कि उपस्थित युवा निवेशकों को निवेश के नये साधन एवं उनकी नियामक संस्थाओं की जानकारी दी साथ ही नियामक संस्थाओं तक अपनी शिकायत पहुचॉने का तरीका भी समझाया।

अपना अनुभव व्यक्त करते हुए (रि.)आई पी एस, श्री एम डी कर्णधार जी ने कहा की वित्तीय साक्षरता महत्वपूर्ण है क्योंकि हम लालच या जानकारी के आभाव में आपनी बहूमूल्य अर्जित राशि जोखिम में डाल देते है। किसी भी जगह अपना पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी जानकारी करना आवश्यक है यही एक माध्यम है जिससे आप किसी भी धोखेधड़ी से स्वंय को बचा सकते है।

एवोक इंडिया अध्यक्ष प्रवीण कुमार द्विवेदी ने कहा की वित्तीय विषय पर हर वर्ग एवं उम्र के लोगों को ज्ञान होना चाहिए | उन्होनें इसकी आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आपके भविष्य की गारंटी नहीं है, यही वजह है कि सेवानिवृत्ति की योजना बनाना आवश्यक है। यह महत्वपूर्ण है कि आप जल्दी सेवानिवृत्ति की योजना बनाना शुरू करें।

कार्यशाला को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने निवेश संबंधी अन्य विकल्प तथा उनसे संबंधित आवश्यक तथ्यों जैसे- बचत, बजट, निवेश, टैक्स प्लानिंग , सरकारी योजनाओँ तथा उनसे संबंधित सतर्कता , जोखिम , लालच व भय आदि से सभी को अवगत कराया। निवेश सही तरीके से तथा विचार करके किया जाना चाहिए।

एवोक इंडिया फाउंडेशन जो कि उत्तर प्रदेश की सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त एकमात्र “इंवेस्टर एसोसिएशन” है। जिसने विगत सात वर्षों में 300 से अधिक जागरुकता कार्यक्रम देश के लगभग 80 शहरों में किये, लगभग 10000 से अधिक लोगों तक वित्तीय जागरुकता का संदेश पहुँचाया , जिसमें समाज के विभिन्न वर्ग जैसे विद्यार्थी, चिकित्सक , प्रोफेसर्स, महिलाएं , युवा, सेवानिवृत लोग, पुलिस और लघु एवं मध्यम इकाईयाँ भी शामिल हैं।