लखनऊ: CAA-NRC के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ की महिलाओं ने जो सदा बुलंद की उसकी गूँज देश के कोने कोने में सुनाई दे रही है, लखनऊ भी उससे अछूता नहीं रहा और पिछले शुक्रवार से लखनऊ की महिलाओं ने भी CAA-NRC के खिलाफ जो उड़ान भरी उससे प्रशासन और पुलिस बहुत विचलित है और कल लखनऊ के शाहीनबाग घंटाघर उसकी यह बेचैनी साफ़ नज़र आयी जब प्रदर्शनकारी महिलाओं और बच्चियों से उनके कम्बल छीन लिए गए, यहाँ तक कि खाना भी छीन लिया गया और अब वहां धारा 144 लगा दी गई है इसके बावजूद भी भारी संख्या औरतें और बच्चे CAA-NRC के खिलाफ डटे हुए हैं|

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने इलाके में धारा 144 लगाने का आदेश दिया है और कहा है कि ऐसा डिफेंस एक्सपो कारण किया गया है. अभी वहां भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है. हालांकि ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शांतिपूर्ण ढंग से हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर पुलिस की इस कार्रवाई से माहौल गरमा सकता है. विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर कल रात हुई पुलिस की इस कार्रवाई के शूट हुए वीडियो में पुलिस महिलाओं को बलपूर्वक खदेड़ती हुई नजर आ रही हैं. विरोध-प्रदर्शन में हजारों की तादाद में महिलाएं शामिल थी, जिनके साथ उनके छोटे बच्चेे भी थे. दरअसल पुलिस यह चाहती है कि महिलाओं के साथ बिना किसी प्रकार की जोर-जबरदस्ती या धक्का-मुक्की और उन्हें जेल भेजे बिना इस प्रदर्शन को खत्म कर दिया जाए क्योंकि महिलाओं के साथ अगर कुछ बुरा होता है तो पुलिस पर सवाल खड़े हो सकते हैं और इसका असर देश भर में असर पड़ सकता है.

शुक्रवार की दोपहर करीब 12.30 बजे लगभग 12 महिलाएं घंटाघर के नीचे आकर बैठी, शनिवार को वहां करीब 500 महिलाएं विरोध करने पहुंच गई, जिनकी संख्या बाद में एक हजार हो गई. इनमें से बहुत सारी महिलाएं पुराने लखनऊ की थीं. उन्होंने पूरे इलाके में रस्सी लगाकर उसे दो हिस्सों में बांट दिया. एक में महिलाएं धरना दे रही थीं और दूसरे में मीडिया को आने की इजाजत दी थी हालांकि यहां पुरुषों को आने की इजाजत नहीं थी. जब ठंड बढ़ने लगी तो इन महिलाओं के परिवार वाले, रिश्तेदार और दूसरे समर्थन इनकों कंबल और खाना पहुंचाने के लिए आने लगे. महिलाओं का आरोप है कि पुलिस ने उनको खाना नहीं लाने दिया. साथ ही उनके कंबल और खाने का सामान, अंगीठियां वगैरह जो वे जला रही थीं, छीन ली गई. पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था, जिनको बाद में निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया.