नई दिल्ली: चीन ने रहस्यमय कोरोना वायरस के तेजी से फैलने का सिलसिला जारी है। इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो चुकी है। वहीं, करीब 800 से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। इसके अलावा 20 से ज्यादा प्रांतों और रीजनल इलाकों में हजार से ज्यादा मामलों की रिपोर्टिंग हुई है। वहीं, खतरनाक कोरोनावायरस के फैलने की आशंका के मद्देनजर शुक्रवार को चीन ने इससे प्रभावित शहर के आसपास मौजूद नौवें शहर में यात्रा प्रतिबंध लगा दिया जिससे यात्रा प्रतिबंध के दायरे में अब तक तीन करोड़ से अधिक की आबादी आ गई। चीन के वुहान में भारतीयों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है। इस जानलेवा वायरस को लेकर केरल ने अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की थर्मल स्कैनिंग हो रही है।

चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के अनुसार, गुरुवार तक कोरोना वायरस की वजह से 830 कंफर्म केस सामने आ चुके थे। वहीं, इस कोरोना वायरस की भयावहता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में तो इमरजेंसी की घोषणा कर दी है, मगर अभी अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा नहीं की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि इस वायरस को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करना जल्दबाजी होगी।

भारतीयों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए भारतीय दूतावास ने जो हेल्पलाइन नम्बर जारी किए हैं, वह हैं +8618612083629 और +8618612083617. भारतीय दूतावास ने कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है। भारत के लिहाज से चिंता की वजह इसलिए है, क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं।

चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन ने कहा कि कोरोना वायरस के अब तक 830 मामले सामने आए हैं, जिसकी पुष्टि हो चुकी है। गुरुवार तक इस कहर से मरने वालों की संख्या 25 हो गई है। इनमें से ज्यादातर मामले चीन के वुहान शहर में पाए गए हैं। बता दें कि कोरोना वायरस के कम से कम सात अन्य देशों में गैर-घातक मामले पाए गए हैं।

चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ यह रहस्यमय वायरस अब दुनिया भर में फैल गया है और अब तक अमेरिका और भारत में से इससे प्रभावित मामले सामने आ चुके हैं। तेजी से फैलते वायरल को रोकने की सारी कवायदें जारी हैं और इस बीच चीन ने अब अपने पांच शहरों जिसमें वुहान भी शामिल है उसे पूरी तरह से बंद कर दिया है। गुरुवार को चीनी अधिकारियों ने हुबेई प्रांत के पांच शहरों हुआंगगैंग, इझोउ, झीझियांग, कियानजियांग और वुहान में सभी तरह के सार्वजनिक यातायात पर प्रतिबंध लगा दिया है। अगले आदेश तक इस शहर में पूरी तरह से आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

कोरोना वायरस की वजह से जिस वुहान शहर को देश से अलग किया गया है उसे लेकर भारत में भी चिंता बढ़ने लगी है। दरअसल, 11 मिलियन लोगों की आबादी वाले इस शहर में 700 भारतीय छात्र भी हैं जिनमें से ज्यादातर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। चिंता बढ़ने के बाद भारतीय दूतावास ने गुरुवार को हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया है।

स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि चीन के नए साल (लूनर न्यू ईयर) की छुट्टियों के दौरान लाखों चीनी नागरिकों की देश-विदेश में आवाजाही से वायरस का प्रसार बढ़ सकता है। इसको देखते हुए बीजिंग के प्रमुख मंदिरों में नए साल पर आयोजित होने वाले समारोह को भी रद्द कर दिया गया है। चीनी नया साल शनिवार से शुरू होगा।

चीन के वित्त मंत्रालय ने हुबेई की प्रांतीय सरकार को इस बीमारी से निपटने के लिए 14.5 करोड़ डॉलर (लगभग 1000 करोड़ रुपये) जारी किया है। मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान है। वुहान शहर के प्रशासन ने बताया कि शहर में सभी परिवहन नेटवर्क और बाहर जाने वाली उड़ानों को गुरुवार सुबह दस बजे से निलंबित कर दिया गया। प्रशासन ने शहरवासियों से आग्रह किया है कि वे वुहान से बाहर ना जाएं। इस ऐलान के कुछ घंटे बाद ही वुहान से 70 किलोमीटर दूर हुआंगगांग, इझोऊ, झिजियांग और कियानजियांग शहरों में भी इसी तरह की बंदिशें लगा दी गईं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। इस तरह की घोषणा होने पर कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास तेज कर दिए जाएंगे।