रमेश चंद्र गुप्ता

बहराइच: 42वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय अगईया नानपारा के परिसर मे कमांडेंट प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में क्रोना वायरस से बचने के लिए सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया कार्यक्रम की शुरुआत उप कमांडेंट शैलेश कुमार ने की।

कमांडेंट प्रवीण कुमार ने बताया कि उच्च मुख्यालय का आदेश प्राप्त होती है वाहिनी की सभी सीमा चौकियों के प्रभारी व जवानों को बुलाकर सैनिक सम्मेलन के माध्यम से क्रोना वायरस से बचने के लिए सुझाव दिए गए। कि भारत समेत दुनिया के कई अन्य देशों में एक नए वायरस क्रोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है यह वायरस तेजी से फैल रहा है इस नए वायरस की पहचान चीन में हुई अब यह वायरस पूरी दुनिया में फैलने लगा है चीन में लगभग 45 सौ लोग इसकी चपेट में है और यह वायरस भारत मे भी अपने पैर पसार सकता है ख़ास बात यह है कि यह वायरस न केवल इंसानों बल्कि पशुओं को भी अपना शिकार बना रहा है। वाहिनी के उप-कमांडेंट चिकित्सीय डॉक्टर नवीन ने जवानों को क्रोना वायरस के लक्षण व उससे बचने के उपाय बताएं।

लक्षण

इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने मे दिक्कत होती है ,सिर दर्द ,गले में दर्द ,जुकाम खांसी ,बुखार आना ,यह बुखार निमोनिया बन सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कते को बढ़ा सकता है।

इससे बचने के उपाय

अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैड रब से साफ करें ,खासते या छीकते वक्त अपने नाक और मुंह को टिशू या मुड़ी हुई कोनी से ढके, जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हो, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।, मीट और अंडों को अच्छे से पकाएं।, बीमार लोगों की देखभाल के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें अपनी नाक और मुंह को कवर करके रखें।,

जंगल और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न बनाएं।

उसके बाद कमांडेंट प्रवीण ने बताया कि सीमा चौकी रूपईडीहा मे डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद है जो संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करती है जिनमे क्रोना वायरस का होने की आशंका या चीन से आने का शक हो तथा ख़ासतौर से काठमांडू से आने वाले लोगों की जांच करते हैं। सीमा चौकियों से आए सभी प्रभारी प्रभारियों को निर्देश दिए कि अनजान व्यक्ति से हाथ मिलाने से परहेज़ करें तथा यहां से वापस जाकर सीमा पर सभी सीमावर्ती लोगों को क्रोना वायरस के प्रति जागरूक करें तथा यहां डॉक्टर नवीन के द्वारा बताई बातों को उनको भी बताएं जो जवान इस सम्मेलन में नहीं आ सके।

सम्मेलन में सहायक कमांडेंट सुकुमार देव बर्मा सहायक, कमांडेंट जगजीत बहादुर जगवार, सहायक कमांडेंट लालजी गरवा, सहायक कमांडेंट के.डी कामले व निरीक्षक जेके त्रिपाठी सहित सभी जवान उपस्थित रहे।