चीन सहित दुनिया के कई देशों में इन दिनों कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से दहशत का माहौल बना हुआ है। भारत के केरल राज्य में भी इस जानलेवा वायरस का एक पॉजिटिव मामला पाया गया है। चीन में इन वायरस ने 213 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है और हजारों लोग प्रभावित हैं।

दुनियाभर के लोग वायरस से बचने के लिए फेस मास्क खरीद रहे हैं। कई स्कूलों और कार्यलयों में छात्रों और कमर्चारियों को फेस मास्क लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। मास्क का उपयोग आमतौर पर कुछ देशों में तब किया जाता है जब पहनने वाले बीमार होते हैं, एलर्जी से लड़ते हैं या उन दिनों में जब वायु प्रदूषण खराब होता है। नए वायरस ने दुनिया भर में उनके लिए मांग को बढ़ाया है।

शहरों में आपको बहुत से लोग आपको मास्क पहने दिख जाएंगे। इनमें से कुछ लोगों के पास सर्जिकल मास्क होता है तो कुछ प्लेन मास्क पहने हुए दिख जाते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या फेस मास्क लगाकर कोरोना वायरस से बचा जा सकता है?

डेक्कनक्रोनिकलको दिए एक इंटरव्यू में नैशविले में वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के डॉक्टर मार्क डेनिसन ने कहा कि सभी तरह के वायरस को स्ट्रैप-ऑन मेडिकल मास्क के जरिये नहीं रोका जा सकता है। लेकिन कीटाणु आमतौर पर एक बार में हवा में नहीं फैलते हैं।

कोरोना वायरस छींक या खांसी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। छींक और खांसी की बूंदें हाथों और अन्य सतहों पर चिपक जाती हैं और उन्हें दूसरों द्वारा छुआ जाता है, फिर वो हाथ आंखों, नाक या मुंह से छूते हैं। हालांकि मास्क एक छींक या खांसी की बड़ी बूंदों को रोक सकते हैं।

इसके अलावा मास्क लगाने का एक फायदा यह भी है कि कोई व्यक्ति अपने मुंह और नाक को नहीं छू सकता है। इसका मतलब यह है कि इससे सतहों पर बचे कीटाणुओं को अंदर जाने से रोका जा सकता है।

हालांकि हर व्यक्ति के लिए मास्क कोरोना वायरस से सुरक्षा की गारंटी नहीं हो सकता। सर्जिकल मास्क का यूज सही जगह और सही वक्त पर किया जाना चाहिए।

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ता ट्रूडी लैंग ने कहा कि मास्क 'एक बहुत ही संवेदनशील एहतियात' है, जबकि वैज्ञानिक यह अध्ययन करने के लिए काम करते हैं कि नया वायरस कैसे फैलता है।

उन्होंने कहा कि नए वायरस से बीमार होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं। यदि साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं, तो अल्कोहल-बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।

नियमित सर्दी और फ्लू के वायरस से बचने के लिए यही सलाह है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने भी लोगों को वायरस से बचने के लिए मास्क की सिफारिश की है।

कोरोना वायरस से बचाव के उपाय

खांसने, छीकने, बीमारी व्यक्ति को हाथ लगाने, खाना बनाते समय, कूड़ा उठाने, खाने के बाद, बाहर से आने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से धोयें

छींकते और खांसते समय अपने मुंह और नाक को कवर रखें

इस्तेमाल किये गए टिश्यू को बंद कूड़ेदान में फेंकें

छींकते या खांसते समय अपनी आस्तीन को ऊपर रखें

फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित लोगों के पास जाने से बचें

मीट और अंडे को अच्छी तरह पकाकर खायें

मीट काटने के लिए हर बार चाकू को अच्छी तरह धोकर यूज करें

कच्चे मीट को हाथ में पकड़ने के बाद भी हाथ को अच्छी तरह धोयें

बीमार पशु का मीट खाने से बचें

किसी भी तरह के पशु उत्पाद को हाथ लगाने के बाद हाथों को धोयें

मोहल्ले के किसी भी पालतू या आवारा पशु से दूर रहें

बुखार और खांसी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के पास जाने से बचें

यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो जल्दी से चिकित्सक के पास जायें

जानवरों और फार्म में काम करने वाले लोगों से दूर रहें

कच्चे या अधपके पशु उत्पादों के सेवन से बचें

अपने घर में दिन में कम से कम दो बार पोंछा लगायें

सफाई के दौरान हाथों में ग्लव्स पहनें