लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन हो रही हत्याओं एवं महिलाओं के प्रति अपराधों से प्रदेश में जंगलराज एवं अराजकता का माहौल व्याप्त हो गया है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पाॅश इलाके हजरतगंज में रणजीत बच्चन श्रीवास्तव की हत्या एवं रायबरेली के हरचन्दपुर में युवती की जलाकर हत्या, आगरा के समसाबाद निवासी सर्राफा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता एवं उनकी पत्नी लता गुप्ता की लूट एवं निर्मम हत्या, फर्रूखाबाद में बच्चों को बंधक बनाये जाने की घटना, ये तमाम घटनाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के जंगलराज के कुछ उदाहरण भर हैं। सच्चाई तो यह है कि योगी जी की अकर्मण्यता ने अपराधियों एवं दबंगों के मंसूबों को इतना बुलन्द कर दिया है कि उत्तर प्रदेश अब पूरी तरह अपराध एवं अराजक प्रदेश बन गया है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जारी बयान में कहा है कि मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में अपराधी प्रदेश छोड़ चुके हैं तो फिर ये कौन लोग हैं जो प्रतिदिन प्रदेश में संगीन अपराधों को अंजाम दे रहे हैं? उन्होने कहा कि राजधानी के हजरतगंज जैसे पाॅश क्षेत्र में जिस तरह से गोली मारकर हत्या हुई है उसने प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी है। प्रदेश में अपराधी पूरी तरह बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और योगी जी दूसरे राज्य में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं तथा कमिश्नर राज लागू करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महिला अत्याचारों में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। अभी हाल ही में जारी एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार देश की 359849 घटनाओं में अकेले उत्तर प्रदेश में 56011 घटनाएं घटित हुईं। देश में कुल अपराधों में अकेले उत्तर प्रदेश में 10.1 प्रतिशत घटनाएं घटित हुई हैं। हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र में रेप पीड़िता व उसके परिजनों के साथ घर में घुसकर मारपीट तथा तेजाब फेंकने की घटना से दबंगों को खुली छूट एवं कानून व्यवस्था पर घोर प्रश्न चिन्ह खड़े होते हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरी तरह उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर नकेल कसने में अक्षम मुख्यमंत्री इस्तीफा देकर गोरखपुर वापस जाएं, उत्तर प्रदेश का प्रशासन एवं कानून व्यवस्था को संभालना उनके बस की बात नहीं है।