मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना को इंटरव्यू देते हुए कहा, 'नागरिकता संशोधन कानून के तहत किसी को भी देश से बाहर नहीं निकाला जा सकता.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि वह महाराष्ट्र में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे, क्योंकि इससे हिंदुओं को भी अपनी नागरिकता साबित करने में दिक्कत होगी.

मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, 'एनआरसी के तहत ना केवल मुस्लिम बल्कि हिंदुओं को भी अपनी नागरिकता साबित करने में दिक्कत होगी. इसलिए मैं एनआरसी को यहां नहीं आने दूंगा.' एएनआई के मुताबिक ठाकरे का इंटरव्यू पार्टी नेता और सामना के संपादक संजय राउत ने लिया है.

नागरिकता कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. देश की राजधानी दिल्ली में भी कई जगहों पर लोग कई दिनों से प्रदर्शन पर बैठे हैं. वहीं, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बाहर रविवार रात दो बदमाशों के कथित गोलीबारी करने की घटना में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बनाए गए विश्वविद्यालय के छात्रों और पूर्व छात्रों के समूह ‘जामिया समन्वय समिति' (जेसीसी) के एक बयान के अनुसार हमलावर लाल रंग की मोटरसाइकिल पर आए थे. बयान में कहा गया है कि एक बदमाश ने लाल रंग की जैकेट पहन रखी थी.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता और सशस्त्र अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत हत्या की कोशिश का एक मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है. जामिया नगर में इस एक ही सप्ताह में गोलीबारी की यह तीसरी घटना है. गौरतलब है कि शाहीन बाग इलाके में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान शनिवार को 25 वर्षीय एक युवक ने हवा में गोली चलाई थी. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले गत गुरुवार को एक व्यक्ति ने सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी जिसमें जामिया मिल्लिया इस्लामिया का एक छात्र घायल हो गया था.