मुख्यमंत्री ने डिफेंस एक्स्पो-2020 के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम को सम्बोधित किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने, रक्षा उत्पादों के निर्यात तथा रोजगार सृजन की दिशा में डिफेंस एक्स्पो-2020 महत्वपूर्ण साबित होगा। उत्तर प्रदेश में डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरीडोर में निवेश आकर्षित करने के लिए भी यह एक अच्छा अवसर बनेगा। उन्होंने कहा कि डिफेंस काॅरीडोर के लिए महत्वपूर्ण बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास 29 फरवरी, 2020 को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश में एच0ए0एल0 द्वारा भारत में निर्मित 19 सीटर 02 यात्री विमानों की सुविधा हवाई यात्रियों को उपलब्ध होगी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप आम आदमी हवाई यात्रा का लाभ उठा सकेगा।

मुख्यमंत्री आज यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में 05 से 09 फरवरी, 2020 तक आयोजित होने वाले डिफेंस एक्स्पो-2020 के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहली बार इतने विशाल पैमाने पर डिफेंस एक्स्पो का लखनऊ में आयोजन किया जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश पार्टनर स्टेट के रूप में शामिल है। उन्होंने प्रतिष्ठित एवं वृहद् अन्तर्राष्ट्रीय डिफेंस एक्स्पो-2020 के लखनऊ में आयोजन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सहित रक्षा मंत्री एवं लखनऊ के सांसद श्री राजनाथ सिंह जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 05 फरवरी, 2020 को डिफेंस एक्स्पो-2020 का उद्घाटन प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में शामिल हो रहे अतिथियों के सुखद प्रवास के लिए राज्य सरकार ने सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।

मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि डिफेंस एक्स्पो के माध्यम से डिफेंस मैनुफैक्चुरिंग के क्षेत्र में भारत महत्वपूर्ण हब बनेगा, जिसका केन्द्र बिन्दु उत्तर प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ किया गया। कनेक्टिविटी की दृष्टि से राज्य में अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाया गया। निवेश में आने वाली बाधाओं व कठिनाइयों को चिन्ह्ति कर ऐसी नीतियां बनायी गईं, जिनसे बड़ी संख्या में निवेशक राज्य का रुख कर रहे हैं।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी ने कहा कि डिफेंस एक्स्पो-2020 की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। इसमें 70 से अधिक देश और बड़ी संख्या में प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। देश की 856 एवं विदेश की 172 कम्पनियां शामिल हो रही हैं। इस आयोजन में 40 देशों के रक्षा मंत्री सम्मिलित होंगे। डिफेंस एक्स्पो तेजी से बदलती तकनीक को जानने, समझने और उससे जुड़ने का अवसर है। इसके माध्यम से प्रदेश के नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। यह अवसर ‘मेक इन इण्डिया’ अभियान को भी प्रमोट करने में सहायक होगा। भारत बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। आने वाले समय में भारत टाॅप-3 अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। उन्होंने कहा कि डिफंेस एक्स्पो देश को सशक्त, सुदृढ़ और समृद्धशाली बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा। प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में भारत की अन्तर्राष्ट्रीय जगत में प्रतिष्ठा बढ़ी है। भारत रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि कई महीनों की मेहनत के बाद डिफेंस एक्स्पो का आयोजन लखनऊ में हो रहा है। उत्तर प्रदेश ने प्रवासी भारतीय दिवस एवं उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट-2018 का सफलतापूर्वक आयोजन किया है। निवेशकों की रुचि उत्तर प्रदेश में बढ़ी है। उन्होंने कहा कि यह डिफेंस एक्स्पो अब तक आयोजित होने वाले रक्षा प्रदर्शनियों में से सबसे बड़ी होगी और ग्लोबल बेंच मार्क के रूप में उभरेगी। इस डिफेंस एक्स्पो में कई एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित होंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि डिफेंस एक्स्पो-2020 भारत और विश्व के सम्बन्धों को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।

इस अवसर पर यूपीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश देश की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसमें 16.5 प्रतिशत आबादी निवास करती है। प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 की संख्या अधिकतम है। प्रदेश में 15 क्षेत्रों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण नीतियां बनायी गई हैं, जो उत्तर प्रदेश ‘उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017’ की पूरक हैं। इन नीतियों के माध्यम से निवेशकों को आकर्षक छूट व प्राविधान दिए गए हैं।

कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अमित सहाय ने प्रस्तुतिकरण देते हुए बताया कि यह डिफेंस एक्स्पो का 11वां संस्करण है, जो एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी होगी। इसकी थीम ‘रक्षा का डिजिटल रूपान्तरण’ है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में युद्ध की प्रणालियां डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर विकसित होंगी, जिसके लिए यह आयोजन महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने इस आयोजन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।